लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UP Public Service Commission) द्वारा आयोजित होने वाली सहायक अध्यापक (Assistant Teacher) (प्रशिक्षित स्नातक) (पुरुष/महिला शाखा) (प्रा.) परीक्षा-2025 को निष्पक्ष, नकलमुक्त और पूर्ण पारदर्शिता के साथ कराने के लिए शासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्य सचिव ने आदेश दिया कि सभी जिलाधिकारी स्वयं व्यक्तिगत रूप से परीक्षा केंद्रों की व्यवस्थाओं की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि प्रत्येक केंद्र आयोग के मानकों के अनुरूप हो। नकल रोकने के लिए प्रवेश के समय बायोमेट्रिक सत्यापन और फ्रिस्किंग की कड़ी व्यवस्था लागू करने को कहा गया है। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी एवं प्रशिक्षण समय से पूरा करने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे पूर्णतः सक्रिय रहें और पेयजल, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था सहित सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। परीक्षा की सुरक्षा के लिए एलआईयू और एसटीएफ की टीमें पूरी तरह अलर्ट रहेंगी, जबकि संवेदनशील जिलों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने प्रश्नपत्र सुरक्षा को लेकर भी कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र किसी भी स्थिति में लीक नहीं होना चाहिए। परीक्षा दिवस पर प्रत्येक सत्र में प्राप्त रंग और कोड वाले एसएमएस के आधार पर ट्रेजरी से गोपनीय ट्रक की निकासी निर्धारित प्रक्रिया के तहत ही की जाए और सेक्टर मजिस्ट्रेट के माध्यम से समय पर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया जाए।
बैठक में बताया गया कि 7466 पदों (15 विषय) के लिए होने वाली यह परीक्षा 06, 07 और 21 दिसंबर 2025, तथा 17, 18, 24 और 25 जनवरी 2026 को दो पालियों में आयोजित होगी। पहली पाली सुबह 9:00 से 11:00 बजे और दूसरी पाली दोपहर 3:00 से 5:00 बजे तक चलेगी। इस परीक्षा में 12,36,239 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव नियुक्ति एम. देवराज, सचिव गृह मोहित गुप्ता, सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत और सचिव अशोक कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े।


