वजीरगंज: जहाँ सूबे के मुख्यमंत्री व जनपद के उच्च अधिकारियों के फरमान आते है कि कोई आवारा पशु सड़क पर न दिखाई दें,उनके रहने खाने की व्यवस्था में कोई कमी न आने पाए, अगर आई तो सम्बन्धित व्यक्तियों पर कठोर करवाई होगी,तो वहीं विकासखंड वजीरगंज के ग्रामसभा ढोंढियापारा में ऐसे फरमान का कोई असर नहीं दिखाई पड़ता जी हाँ बीती रात राजासगरा कस्बे में रोड एक्सीडेंट के कारण एक और आवारा पशु की मौत (animal dies) हो गई।
जिसको लेकर समाजसेवियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए,समाजसेवी सुरजीत गोस्वामी ने बताया कि पास में बनी गौशाला से रात को पशुओं को छोड़ दिया जाता है जिसकी वजह से बेसहारा पशुओं को सड़क हादसे में अपनी जान गवानी पड़ती है,वही गाँव के ही अजय व राजेश ने इन बेसहारा पशुओं को पकड़वाकर गौशाला भेजने की माँग की है,अवगत हो कि इस विषय को कुछ दिन पूर्व युवा समाजसेवी चन्दन कुमार वर्मा ने ग्रामसभा चंदापुर में आयोजित ग्राम चौपाल में जनपद गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा को डुमरियाडीह से चंदापुर तक सड़क पर घूम रहे।
इन पशुओं को पकड़वाने के लिए शिकायती पत्र दिया गया था,उस समय जिलाधिकारी महोदय ने वर्तमान BDO को आदेश भी दिया था कि सड़क किनारे रेलिंग लगवाने का कार्य करें लेकिन आज तक उस आदेश का पालन नहीं हुआ जिसकी वजह से आए दिन सड़क हादसों में पशुओं की मौत के साथ साथ राहगीरों को भी चोटिल होना पड़ता है।।