कानपुर: कानपुर (Kanpur) में अवैध कब्जे करने वाले गिरोहों के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस (Commissionerate Police) ताबतोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। वही कुछ पुलिस वाले ऐसे भी हैं जो अभी भी अपराधियों के साथ गठजोड़ करके पुलिस अपनी खाकी को बदनाम कर रहे है। खाकी को शर्मशार करने का एक वीडियो रविवार को सामने आया है। वीडियो में साफ दिख कि, एक दरोगा जेल भेजे गए तथाकथित वकील दीनू उपाध्याय गैंग का फरार वकील अनूप शुक्ला को छापेमारी से पहले सूचना दे दिया और वह मौके से फरार हो गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर ने जांच के निर्देश दिए हैं।
नवाबगंज निवासी दीनू उपाध्याय को पुलिस ने बीते 10 मई को पिंटू सेंगर हत्याकांड में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पता चला वह जमीन पर कब्जा और जबरन वसूली करने वाले एक नेटवर्क का हिस्सा था। अधिवक्ता अनूप शुक्ला का नाम भी इसी मामले में सामने आया, जो फिलहाल फरार है। यह बात तब पता चली जब नवाबगंज थाने के जागेश्वर मंदिर चौकी प्रभारी आदित्य बाजपेई ने ही अनूप को छापे की सूचना देकर भागने में मदद की।
डीसीपी सेन्ट्रल एसके सिंह ने बताया कि एसीपी कर्नलगंज ने वीडियो की जांच की जा रही है। इस मामले में दरोगा और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया साथ ही दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।