यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। प्रदेश में सरकार के द्वारा भू माफियाओं के ऊपर कार्रवाई की जा रही है। फिर भी माफिया सेंध लगा ही देते हैं। थाना राजेपुर क्षेत्र के गांव तुषौर निवासी राजीव सिंह उर्फ लल्ला पुत्र रामदेव ने बताया कि वह डीएम एसपी एसडीएम तहसीलदार को लगभग 1 दर्जन से अधिक प्रार्थना पत्र दे चुका है। लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। पीडि़त के द्वारा बताया गया कि तुषौर, गांधी, गाजीपुर, के गांव के ग्रामीणों ने जमीन दान में श्री ठाकुर रामचंद्र जी महारानी सीता और लक्ष्मण जी के नाम कर प्रबंधक के तौर पर बाबा रमन दास के चेला स्वामी ब्रह्मानंद के संरक्षण में कर दी थी। वही रमन दास नहीं अपनी चल अचल संपत्ति कृष्ण दास के नाम 2016 में वसीयत कर दी 2018 में अमृतपुर तैनात प्रदीप कुमार के द्वारा दान की गई जमीन कृष्ण दास के नाम कर दी गई। पीडि़त ने आरोप लगाया कि भगवान राम की जमीन को ही अधिकारियों की मिली भगत के कारण छीन ली गई। अब वह चक्कर लगा रहा है। पीडि़त ने बताया की इच्छा को 75 घाटा संख्या पर भगवान शंकर के नाम स्थान पर तू सुर में खड़े नीम के पेड़ यूके लिप्टिस के पेड़ 195000 में पेड़ बेच दिए गए। नहीं तहसीलदार लेखपाल ग्राम प्रधान को बताया गया और पेड़ गवां कर दिए गए सरकारी जमीन से पेड़ों को काटकर बाबा के द्वारा बिक्री कर लिया गया अधिकारी हाथ मलते नजर आए। प्रदेश में माफियाओं के विरोध सरकार के द्वारा अभियान चलाकर कार्रवाइयों की जा रही हैं। इसके बावजूद भी भगवान राम की जमीन पर ही डाका पड़ रहा है। बताया जा रहा है। कि बाबा के लिंक बड़े राजनेताओं से बताया जा रहे हैं। देखने वाली बातें होती है कि भगवान राम को न्याय मिल पाता है कि नहीं।