फर्रुखाबाद: गंगा जमुनी तहजीब की की मिसाल दरगाह हुसैनिया मुजीबिया (Dargah Hussain or Mujibiya) के सालाना उर्स का समापन के आखिरी कुल में बाढ़ पीड़ितों (flood victims) के लिया खास दुआयें की गयीं। आपसी भाईचारे की मिसाल दरगाह हुसैनिया मुजीबिया के सज्जादानशीन कारी सैय्यद शाह फ़सीह रज्जाकी मुजीबी की देख रेख में सूफी जमीलुर्रहमान रहमानी सज्जादानशीन दरगाहे रहमानिया लखनऊ की सरपरस्ती और बज्में मुजीबुल अदब के जेरे एहतिमाम 156 वें सालाना उर्स हुसैनी व मुजीबी व फरखुन्दी का समापन कुल व फातिहा के साथ हो गया।
मौलाना सय्यद शाह फर्खेन्द अली उर्फ फुन्दन मियाँ रज्जाकी मुजीबी बांस्वी अलैहि० के उर्स की महफ़िल में कारी शाह फ़सीह मुजीबी ने उन बाढ़ पीड़ितों के लिए खास दुआ की जिनके घर और गाँव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आई है और काफी लोग परेशान हैं। साहिबे सज्जादा ने उन परेशान हाल लोगों के लिए खुसूसी दुआ की और इस मौके पर हज़ारों लोगों के हाथ उन बाढ़ पीड़ितों की सलामती के लिए उठे।
सभी खानकाही कव्वालों ने मिलकर मुबारकबाद व रंग पेश किया।
कारी हारुन, कारी तनवीर रज़ा, कारी शाकिर कादरी, कारी राशिद, कारी हसीब कुरैशी, कारी नाज़िम ने मुजाहिरा-ए-किरत में हिस्सा लिया। उर्स के मौके पर बड़ी तादाद में मौजूद लोगों में लंगर तकसीम किया गया । महफिले समाँ में अली वारिस कव्वाल मुम्बई, शाहवेज़ शाह फैज़ वारसी कव्वाल देवा शरीफ बाराबंकी, जुनैद मुरली कव्वाल शाहजहांपुर, और मुन्ना मेहरबान ताज कव्वाल फर्रुखाबाद में बुजुर्गों का पाकीज़ा कलाम पेश किया। इस दौरान दरगाह को बिजली की बेहतरीन सजावट से सजाया गया। उर्स की तकरीबत में नागपुर (कामटी) महाराष्ट्र, कोलकाता, बिहार, झारखण्ड, मुम्बई, जौनपुर, चुरारी, बुलन्दशहर, गेसुपुर, लखीमपुर, लखनऊ समेत सूबे के अलग-अलग जिलों से बड़ी तादाद में अकीदतमंदों ने हाज़िरी दी ।
सूफी नौशे मियाँ, सूफी इनआम मियाँ, सूफी ततहीर मियाँ, सूफी शकील मियाँ, सूफी नाज़ मियाँ, सूफी मुईन मियाँ, सूफी बासित मियाँ, सूफी जावेद मियाँ खलीकी, हाजी इस्लाम अली (मुन्ना वेलकम), असलम नवाब, हस्सान मुजीबी, तारिक मुजीबी, शीराज़ मुजीबी, अज्जू मियाँ, मुश्शू मियाँ, राशिद मुजीबी के अलावा मकामी मुरीदीन-ओ-मुतवस्सलीन उर्स में शामिल रहे। सय्यद हिलाल मुजीबी नायाब सज्जादानशीन ने उर्स की कामयाबी पर आये हुए मक़ामी और बैरुनी हजरात को मुबारकबाद पेश की।