फर्रुखाबाद: बरसात के मौसम में संचारी रोगों (communicable diseases) के बढ़ते खतरे को देखते हुए राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय (Government Homeopathic Hospital) कढ़हर में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर जुलाई माह में संचालित संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत लगाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों, मरीजों एवं उनके परिजनों ने भाग लिया।
शिविर में चिकित्सालय प्रभारी डॉक्टर सुरेंद्र सिंह एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने संचारी रोगों के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने लोगों को बताया कि बरसात के मौसम में मलेरिया, डेंगू, हैजा, टाइफाइड, चिकनगुनिया जैसे रोग तेजी से फैलते हैं, जिनसे बचाव ही सबसे बड़ा उपचार है।
डॉ. सुरेंद्र सिंह ने कहा –
“बारिश के मौसम में मच्छरों और गंदगी के कारण संक्रमण फैलने की संभावना अधिक रहती है। नियमित सफाई, ठहरे हुए पानी को हटाना, मच्छरदानी का प्रयोग करना तथा उबला हुआ या स्वच्छ पानी पीना जरूरी है।”
उन्होंने यह भी बताया कि व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ आस-पास के वातावरण की सफाई भी बेहद जरूरी है, ताकि बीमारी फैलाने वाले कीटाणुओं का नाश हो सके। ग्रामीणों को बताया गया कि किसी भी प्रकार के बुखार, दस्त, उल्टी, शरीर में दर्द आदि लक्षणों को हल्के में न लें और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।
शिविर में दी गई प्रमुख सलाहें:
पीने का पानी हमेशा उबालकर या फिल्टर करके पीएं। घर और आस-पास पानी जमा न होने दें। पूरी बांह के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का प्रयोग करें। समय-समय पर हाथों को साबुन से धोते रहें। खुले में शौच न करें और शौचालय का उपयोग करें।
शिविर के अंत में रोगियों एवं उपस्थित ग्रामीणों को होम्योपैथिक दवाओं की निशुल्क किट भी वितरित की गई, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होती हैं।
समाज को जागरूक करना मुख्य उद्देश्य:
डॉ. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों का उद्देश्य केवल इलाज नहीं, बल्कि लोगों को स्वच्छता के प्रति सजग बनाकर रोगों से बचाव करना है।