सपा शासनकाल में पनपा था ‘अवधेश मिश्रा गैंग’, माफिया अनुपम दुबे और संजीव परिया को मिला संरक्षण — सपा नेताओं की छत्रछाया में फैला अपराध जाल

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अखिलेश यादव हुए विचलित, ट्वीट कर जताई नाराजगी — कार्रवाई से बौखलाए सपा के पुराने चेहरे, खुलने लगे पुराने काले पन्ने

फर्रुखाबाद। जिले के आपराधिक इतिहास का एक काला अध्याय एक बार फिर सुर्खियों में है। सपा शासनकाल में राजनीतिक संरक्षण पाकर पनपे अवधेश मिश्रा गैंग की जड़ें कितनी गहरी थीं, इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि इस गैंग से जुड़े कई नाम आज भी अपराध और राजनीति की गलियों में गूंज रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि उस दौर में फर्रुखाबाद और आस-पास के जनपदों में अपराध, राजनीति और प्रशासन का ऐसा गठजोड़ बना जिसने कानून की परिभाषा ही बदल दी थी।

सपा नेताओं का संरक्षण और कचहरी में बना था ‘अपराध का अड्डा’

जानकारी के अनुसार सपा के शासनकाल के दौरान तत्कालीन सपा नेता योगेंद्र सिंह यादव ‘चंन्नू’ और सपा जिला उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ‘जग्गू’ के कहने पर सपा के ही वरिष्ठ नेता डॉ. सुबोध यादव और 2014 में फर्रुखाबाद लोकसभा से सपा प्रत्याशी रहे विधायक रामेश्वर यादव को कचहरी का विशेष संरक्षण दिया गया था।
यहीं से अपराध का पूरा जाल बुना गया — जहाँ से विपक्षी, अधिकारी और असहमत लोग निशाने पर लिए जाते थे।

‘विष कन्याओं’ के जरिए फंसाए जाते थे व्यापारी,अधिकारी, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता, नेता

स्रोत बताते हैं कि इस गिरोह ने विरोधियों को खत्म करने का एक अनोखा हथियार अपनाया — “विष कन्याओं का जाल।”
इनके जरिये सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और अधिकारियों पर फर्जी बलात्कार और गैंगरेप के मुकदमे दर्ज करवाए जाते थे। यह सब एक सुनियोजित साजिश के तहत किया जाता था ताकि कोई भी इनकी करतूतों के खिलाफ आवाज न उठा सके।
इस गिरोह के निशाने पर वे सभी लोग आते थे जो इनके खिलाफ खड़े होते या भ्रष्टाचार का विरोध करते थे।
अवधेश मिश्रा पर 10, परिया पर 8, अनुपम पर 65 और रामेश्वर यादव पर करीब 80 आपराधिक मुकदमे
फर्रुखाबाद की पुलिस फाइलें गवाह हैं कि इस गैंग से जुड़े लोगों पर एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

अवधेश मिश्रा पर 10 आपराधिक केस

माफिया संजीव परिया पर 8 मुकदमे,अनुपम दुबे पर 65 से अधिक गंभीर अपराधों के केस,रामेश्वर यादव पर करीब 80 मुकदमे,वहीं उनके पुत्र डॉ. सुबोध यादव पर भी लगभग 25 मुकदमे दर्ज हैं।इन सबके अलावा इनके पूरे नेटवर्क में जुड़े अन्य सहयोगियों पर अलग-अलग धाराओं में मुकदमे चल रहे हैं।

अवधेश मिश्रा पर कार्रवाई के बाद सपा में मचा हड़कंप — अखिलेश का ट्वीट चर्चा में

हाल ही में अवधेश मिश्रा पर प्रशासनिक कार्रवाई के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर नाराजगी जताई, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कार्रवाई से विचलित सपा शीर्ष नेतृत्व पुराने सहयोगियों को बचाने की कोशिश कर रहा है, जबकि जनता अब इन अपराधी गठजोड़ों के चेहरों को पहचान चुकी है।
सवाल उठता है — आखिर कब होगा राजनीतिक-अपराधिक गठजोड़ का अंत?
फर्रुखाबाद के आम नागरिकों के मन में अब सवाल उठने लगा है कि आखिर इतने बड़े आपराधिक गठजोड़ को वर्षों तक किसने और क्यों संरक्षण दिया?
क्या राजनीति में अपराधियों की भूमिका अब भी जारी है?
या फिर अब कानून वाकई अपने रास्ते पर चल रहा है?
यूथ इंडिया की खोजी टीम इस पूरे नेटवर्क की तह में जाने के लिए लगातार जांच कर रही है।
आने वाले दिनों में इस गैंग से जुड़े और भी नाम तथा उनकी राजनीतिक गतिविधियों का खुलासा किया जाएगा।

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