सोनभद्र। जिले में थाने में फरियाद लेकर जाने के साथ-साथ पैसा भी ले जाने की बात कहने का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। ऑडियो में ऐसा कहा जा रहा है कि किसी मामले में कार्रवाई कराने के लिए पैसा (Bribe) देना पड़ता है। पैसा दिए बिना यहां कोई काम नहीं होता है। उधार की बात छोड़ दीजिए, काम कराना है तो पैसा देना होगा। सोशल मीडिया पर इस तरह की बातचीत का ये ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो सामने आने के बाद एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह की तरफ से इस मामले में एक्शन लिया गया है। आरोपी दारोगा और मुंशी को थाने से हटाकर पुलिस लाइन (Line Hajir) भेज दिया गया है।
यह पूरा मामला सोनभद्र के म्योरपुर थाने का है, जहां चरित्र प्रमाण पत्र के वेरिफिकेशन के लिए थाने के मुंशी ने ₹200 की मांग की। इस मामले में जब दरोगा से शिकायत की गई तो दरोगा जी तो मुंशी से भी बढ़कर निकले और साफ-साफ कहने लगे कि काम कराना है तो पैसा देना होगा, यहां किसी भी तरह का उधार नहीं चलेगा। एक शख्स ने दारोगा वीरेंद्र यादव और कांस्टेबल मुंशी नितीश कुमार जायसवाल पर दो सौ रुपये लेने का आरोप लगाया है। लेनदेन का ऑडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सभी हैरान रह गए और ये मामला एसपी तक पहुंचा दिया गया।
बगैर सुविधा शुल्क लिए रिपोर्ट नहीं लगाते…
वायरल ऑडियो में जब शख्स ने दरोगा वीरेंद्र यादव से कहा ‘साहब आप तो हमें जानते हैं उसके बाद भी मेरे बाबू जी से दो सौ रुपये लिया गया, तब दरोगा साहब कहते हैं कि बहुत लोग आते हैं और कह कर चले जाते है, उसके बाद………नहीं आते।’ दरोगा कह रहा है कि मेरे पास पैसा होता तो मैं अपने पास से दे देता, सिपाही मुंशी नहीं मानते हैं। ऑडियो में शख्स ने दारोगा को फोन किया। आरोप है कि फोन पर दारोगा ने रिश्वत (Bribe) लेने की बात तो स्वीकार की है। यह भी कहा कि दीवान-मुंशी बगैर सुविधा शुल्क लिए रिपोर्ट नहीं लगाते, ऑडियो में दरोगा ने अपशब्दों का भी प्रयोग किया है।
पुलिस अधीक्षक ने की कार्यवाही
वायरल ऑडियो सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने तत्काल म्योरपुर थाने में तैनात दरोगा वीरेंद्र यादव और मुंशी नीतीश कुमार जायसवाल को थाने से हटाकर पुलिस लाइन चुर्क भेज दिया है और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी को सौंप दी है। एसपी की तरफ से तत्काल एक्शन लेने पर पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है