– पुलिस लाइन में एसपी ने किया प्रशिक्षण की गुणवत्ता का निरीक्षण, दिए सख्त दिशा-निर्देश
फर्रुखाबाद। पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों को संबोधित करते हुए उन्हें कर्तव्यपरायणता, अनुशासन और संवेदनशीलता का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि एक आरक्षी केवल कानून का रक्षक ही नहीं होता, बल्कि समाज में विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक भी होता है। इसलिए हर आरक्षी को प्रशिक्षण के दौरान मानसिक, शारीरिक और नैतिक रूप से दक्ष बनाया जाना अनिवार्य है।
प्रशिक्षण व्यवस्था की गहन समीक्षा, दिए स्वच्छता व सुरक्षा के निर्देश
एसपी आरती सिंह ने प्रशिक्षण परिसर का निरीक्षण करते हुए रहने, खाने और प्रशिक्षण स्थलों की स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने प्रशिक्षणाधिकारियों को निर्देश दिए कि रिक्रूट आरक्षियों को एक सुरक्षित, सुसज्जित और सकारात्मक माहौल उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे मनोयोग से सीख सकें और आत्मविश्वास के साथ हर चुनौती का सामना कर सकें।
एसपी ने विशेष रूप से सोशल मीडिया आचरण नीति पर जोर देते हुए आरक्षियों को सचेत किया कि किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता, आपत्तिजनक भाषा, या विभागीय गोपनीयता भंग करने पर कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार पुलिसकर्मी को अपनी मर्यादा व संस्था की गरिमा का सदैव ध्यान रखना चाहिए।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में एसपी ने कहा कि केवल शारीरिक प्रशिक्षण ही नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती, टीम भावना और समाज के प्रति संवेदनशीलता भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी, समर्पण और साहस ही उत्तर प्रदेश पुलिस की पहचान हैं, और हर नए आरक्षी से यही अपेक्षा की जाती है।
एसपी आरती सिंह के इस मार्गदर्शन से रिक्रूट आरक्षियों में नया उत्साह और जागरूकता देखने को मिली।
प्रशिक्षणाधिकारियों ने भी आश्वस्त किया कि एसपी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रशिक्षण की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जाएगा।