-मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की
कानपुर: राज्य स्वास्थ्य मिशन (State Health Mission) के अंतर्गत संविदा नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए विधायाक पूर्व मंन्त्री महेश त्रिवेदी (MLA Mahesh Trivedi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath)को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कानपुर नगर में वर्ष 2024-25 की नियुक्तियों में घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार हुआ है।
पत्रांक J/F 21048, दिनांक 06 जून 2025 को जारी इस पत्र में विधायक ने बताया कि जिला स्वास्थ्य समिति की संस्तुति के बिना ही कुछ पदों पर नियुक्तियाँ कर दी गईं। इतना ही नहीं, पहले से चयनित एवं सेवा दे रहे कार्मिकों को बिना कारण बताए हटाकर मनमाने ढंग से नई नियुक्तियाँ कर दी गईं।
विधायक के अनुसार, आयुष चिकित्सकों के लिए आयोजित परीक्षा में चयनित हुए चिकित्सकों की जाँच रिपोर्ट को लेकर भारी अनियमितता सामने आई। डॉ. आनंद सिंह व वरिष्ठ विश्लेषक डॉ. चंदेल को फर्जी आधार पर फेल घोषित कर दिया गया। इसके बाद, अन्य उम्मीदवारों को बिना प्रक्रिया के पदस्थ कर दिया गया।
पत्र में इस बात पर भी नाराजगी जताई गई है कि 21 फरवरी 2025 से 3 मार्च 2025 के बीच चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई, लेकिन शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों की खुल्लमखुल्ला अनदेखी की गई। नियमों के विरुद्ध कार्य करके न केवल चिकित्सा सेवा प्रभावित हुई, बल्कि शासन की साख को भी धक्का लगा है। महेश त्रिवेदी ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। साथ ही
उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के कर्मचारियों के आचरण नियमावली 1956 की धारा-3 के अंतर्गत कार्रवाई की मांग भी की है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संविदा नियुक्तियों में हुए संभावित भ्रष्टाचार को लेकर विधायक द्वारा की गई सीधी शिकायत ने प्रशासन में हलचल मचा दी है। अब देखना होगा कि शासन स्तर पर इस शिकायत पर कितनी तेजी से कार्रवाई की जाती है।