कमालगंज: कस्बे में लगाए गए स्मार्ट मीटर (Smart meters) लोगों के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद से उपभोक्ताओं को मनमाने ढंग से बिजली बिल (electricity bills) भेजा जा रहा है। जिन परिवारों का बिल पहले हर महीने ₹700 से ₹1000 तक आता था, वहीं अब उनसे ₹3500 से ₹4000 तक की वसूली की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली विभाग द्वारा खुला भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उपभोक्ता परेशान होकर बिजली घर का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सुनवाई के नाम पर केवल आश्वासन ही मिल रहा है।
कमालगंज कस्बे की शास्त्री नगर द्वितीय निवासी प्रेमलता शुक्ला ने का आरोप है कि बिल सही न होने पर शिकायत दर्ज कराने के बावजूद विभागीय कर्मचारी न तो सुधार कर रहे हैं और न ही कोई स्पष्ट जवाब दे रहे हैं। इससे आम जनता आर्थिक रूप से दबाव में आ गई है। किसान यूनियन से जुड़ी संगीता गुप्ता ने चेतावनी दी है कि अगर विभाग ने जल्द ही बिलों की सही जांच कर पारदर्शिता नहीं दिखाई, तो वह आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।