फर्रुखाबाद। पिछले कई दिनों से जनपदवासियों को भीषण गर्मी और उमस से राहत नहीं मिल रही थी। जब लोग उम्मीद कर रहे थे कि सितंबर का अंत होते-होते मौसम में ठंडक घुलने लगेगी, तब मौसम ने कुछ और ही करवट ली। मंगलवार सुबह आसमान में अचानक काली घटाएं छा गईं और छुटपुट बारिश ने हल्की राहत तो दी, लेकिन उमस अब भी लोगों को परेशान कर रही है।
अक्टूबर के दरवाजे पर दस्तक देते ही मानसून अब धीरे-धीरे विदाई की ओर बढ़ रहा है। आमतौर पर इस समय गुलाबी ठंड शुरू हो जाती है, परंतु इस वर्ष गर्मी ने कुछ ज्यादा ही लंबा डेरा डाल रखा है। दोपहर की तेज़ और चुभती धूप ने लोगों को फिर से जून-जुलाई की तपिश की याद दिला दी है।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए जो पूर्वानुमान जारी किया है, वह इस प्रकार है:
30 सितंबर से 5 अक्टूबर तक आसमान आंशिक रूप से बादलों से घिरा रहेगा।
इस दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
अधिकतम तापमान: 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच।
न्यूनतम तापमान: 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मौसमीय बदलाव ग्लोबल वार्मिंग और बदलते जलवायु चक्र का संकेत हो सकता है। सामान्यत: अक्टूबर की शुरुआत में वातावरण में नमी कम होनी चाहिए और सर्द हवाओं का आगमन महसूस होने लगता है, लेकिन इस बार उल्टा देखने को मिल रहा है।




