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Friday, June 27, 2025

बहुचर्चित गैंगरेप केस में SIT रिपोर्ट आई सामने, कई खुलासे चौंकाने वाले

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  •  आरोपों से अलग निकली हकीकत

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान और निर्देश के बाद गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने बहुचर्चित गैंगरेप मामले में अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंप दी है। रिपोर्ट में न सिर्फ केस से जुड़े कई अहम तथ्यों को खंगाला गया, बल्कि चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं। टीम ने मौके से जुटाए गए डिजिटल, फॉरेंसिक, और प्रत्यक्ष साक्ष्यों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें कई आरोपों को तथ्यों से मेल नहीं खाते पाया गया है।

पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए SIT का गठन किया था। टीम ने पीड़िता, आरोपियों, चश्मदीदों और तकनीकी प्रमाणों के आधार पर विस्तृत जांच की।

रिपोर्ट में ये मुख्य बिंदु सामने आए—

🔹 पीड़िता की गतिविधियों पर सवाल: SIT रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि पीड़िता की सोशल मीडिया गतिविधियों, उसके कॉल रिकॉर्ड और घटनास्थल के CCTV फुटेज में कई विरोधाभास पाए गए।
🔹 23 युवकों पर लगा था गैंगरेप का आरोप: वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों के 23 युवकों के खिलाफ लड़की ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
🔹 अब तक 14 गिरफ्तारियां: पुलिस ने इस मामले में अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे गहन पूछताछ की गई है।
🔹 आरोपों में कई बातें तथ्य से परे: SIT ने रिपोर्ट में बताया है कि पीड़िता द्वारा लगाए गए कुछ आरोपों का समर्थन घटनास्थल की परिस्थितियों और तकनीकी साक्ष्य से नहीं होता।

यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया था, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को फोन पर फटकार लगाई थी। पीएम के निर्देश के बाद पुलिस कमिश्नर ने तत्काल SIT का गठन कर जांच शुरू कराई थी।

SIT ने पीड़िता के मोबाइल डेटा, सोशल मीडिया चैट्स, GPS लोकेशन, घटनास्थल के CCTV, कॉल रिकॉर्डिंग, मेडिकल रिपोर्ट, और चश्मदीदों के बयान समेत कुल 42 साक्ष्यों को रिपोर्ट में शामिल किया है। इन सभी के वैज्ञानिक विश्लेषण के आधार पर निष्कर्ष निकाला गया।

वाराणसी पुलिस कमिश्नर के अनुसार, SIT की रिपोर्ट के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। यदि रिपोर्ट में झूठे आरोप लगाने की पुष्टि होती है, तो पीड़िता के खिलाफ भी IPC की धारा 182 व 211 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। वहीं जिन युवकों के खिलाफ साक्ष्य पुख्ता पाए गए हैं, उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

SIT रिपोर्ट ने इस बहुचर्चित मामले की तस्वीर का एक नया और सटीक पहलू सामने लाया है। यह मामला अब केवल न्यायिक नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी चर्चा का विषय बन गया है। प्रशासन फिलहाल पूरी संवेदनशीलता से कार्यवाही कर रहा है और जल्द ही अंतिम फैसला अदालत में रखा जाएगा।

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