लखनऊ: राजधानी लखनऊ में अवध बोनसाई एसोसिएशन (Awadh Bonsai Association) ने अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर भव्य रजत जयंती समारोह (Silver Jubilee Celebration) आयोजित किया। इस मौके पर महानगर स्थित गोल्डन एप्पल होटल में तीन दिवसीय बोनसाई प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ, जिसमें न केवल देश के कोने-कोने से बोनसाई प्रेमी पहुंचे बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों ने भी हिस्सा लिया।
प्रदर्शनी में सैकड़ों साल पुराने बोनसाई पौधे, दुर्लभ प्रजातियां और आधुनिक तकनीकों से तैयार नए पौधे लोगों के आकर्षण का केंद्र बने। छोटे-छोटे गमलों में लगे ये पौधे प्रकृति की खूबसूरती और मानवीय कला का अद्भुत संगम पेश कर रहे थे। प्रदर्शनी में कुछ पौधों की कीमत लाखों रुपये तक बताई जा रही है। समारोह में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले 25 सालों में संगठन ने बोनसाई कला को घर-घर तक पहुंचाने का काम किया है। आज बोनसाई सिर्फ सजावट का माध्यम नहीं बल्कि प्रकृति संरक्षण और जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है।
विशेषज्ञों ने बोनसाई तैयार करने की तकनीक पर कार्यशाला भी आयोजित की। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे पर्यावरण बचाने और हरियाली बढ़ाने के लिए बोनसाई कला को अपनाएं। रजत जयंती समारोह के मौके पर बोनसाई प्रेमियों के बीच यह आयोजन प्रकृति के प्रति लगाव और जिम्मेदारी का प्रतीक बन गया। आगंतुकों ने इसे अनोखा अनुभव बताते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी केवल पौधों का मेला नहीं बल्कि जीवन और प्रकृति से जुड़ाव का उत्सव है।