शाहजहांपुर। 28 अप्रैल की शाम मामूली विवाद ने खौफनाक रूप ले लिया था, जब शहर कोतवाली क्षेत्र के गर्रा रोड पर रहने वाले तीन सगे भाइयों पर शेरू और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। इस हमले में एक भाई की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य अभी भी घायल हैं। इस सनसनीखेज वारदात के बाद शाहजहांपुर में जनाक्रोश फैल गया था। गुस्साए परिजनों ने शव रखकर गर्रा रोड पर जाम लगा दिया और मुख्य आरोपी शेरू के एनकाउंटर की मांग की थी।
इस मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने मुख्य आरोपी शेरू पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। बीती रात आखिरकार पुलिस को बड़ी सफलता मिली जब अपराध शाखा और कोतवाली पुलिस की शेरू से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान शेरू के दोनों पैरों में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसे तत्काल जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे कड़ी निगरानी में लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया गया।
इस मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हो गया, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार शेरू के कब्जे से अवैध तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं।
पुलिस का कहना है कि शेरू के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है। मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है। वहीं, मृतक के परिजन अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे हैं।