ढाका: शरीफ उस्मान हादी (Sharif Osman Hadi) के मौत के बाद बांग्लादेश के ढाका (Dhaka) में उग्र विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। शहर में भारी भीड़ एकत्रित होकर नारेबाज़ी कर रही है, जिनमें भारत-विरोधी नारे भी लगाए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उस्मान हादी का पार्थिव शरीर आज शुक्रवार शाम 6:05 बजे सिंगापुर से ढाका पहुंच गया है। इसे लेकर तनाव और उग्र प्रदर्शनों के और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। जिस तरह से भीड़ उग्र होती जा रही है, उसने बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है।
खबरों के मुताबिक, बांग्लादेश में एक बार फिर अराजकता फैल गई है, जहां पिछले साल के विद्रोह जैसी स्थिति बन गई है। यह अराजकता पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने में अहम भूमिका निभाने वाले एक छात्र नेता की मौत के बाद पैदा हुई थी। इंकलाब मंचो संस्कृति समूह के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी का गुरुवार को सिंगापुर के एक अस्पताल में गोली लगने से हुए घावों के कारण निधन हो गया। ढाका में कई दिनों के इलाज के बाद हादी को गंभीर हालत में सिंगापुर ले जाया गया था।
पिछले शुक्रवार (12 दिसंबर, 2025) को ढाका में रिक्शा चलाते समय दो अज्ञात लोगों ने हादी पर गोलियां चलाईं। अधिकारियों का कहना है कि दोनों हमलावर भारत भाग गए होंगे। इस दावे ने नई दिल्ली के साथ एक नया राजनयिक विवाद खड़ा कर दिया, जिसके चलते नई दिल्ली ने बांग्लादेश के राजदूत को तलब कर इस घटना की निंदा की। बांग्लादेश ने भी ढाका स्थित भारतीय राजदूत को तलब कर इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा।
इसी बीच, बांग्लादेश में कथित ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसके शव को जला दिया गया। यह देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की नवीनतम घटना है। पीटीआई की एक रिपोर्ट में समाचार पोर्टल बांग्ला ट्रिब्यून के हवाले से मृतक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में की गई है। युवक मयमनसिंह शहर में कार्यरत था।
अंतरिम सरकार ने एक बयान जारी कर मयमनसिंह शहर में हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या की कड़ी निंदा की। सरकार ने कहा कि नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उस्मान हादी की जनाज़ा शनिवार को दोपहर 2 बजे संसद के साउथ प्लाजा में अदा की जाएगी। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि वे कार्यक्रम स्थल पर बैग या भारी सामान न ले जाएं।


