– लेकिन पैरवी पर छोड़ा गया
– कादरी गेट थाना पुलिस की कार्रवाई
– पीड़िता की शिकायत पर गिरफ्तारी बाद ही , रिहाई पर सवाल
फर्रुखाबाद(हिरदेश कुमार)। कमालगंज के गांव नसरतपुर प्रधान नूर आलम द्वारा शादी का झांसा देकर युवती संग दुष्कर्म करने के आरोप में कादरी गेट थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। पीड़िता की शिकायत पर मामला कार्यवाही हुई,पता चला कि एक विधायक की पैरवी के बाद आरोपी को थाने से रिहा कर दिया गया। इस कार्रवाई ने न्याय प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता अब उच्चाधिकारियों के पास जाएगी,जहां न्याय मांगेगी।
शिकायत के अनुसार, पीड़िता शाहिस्ता मंसूरी (काल्पनिक नाम), जो थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी हैं, को कई वर्ष पूर्व नूर आलम ने अपने झूठे प्यार में फंसा लिया था। बीते चार वर्षों से शादी का झांसा देकर आरोपी ने उनके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
पीड़िता का आरोप है कि नूर आलम ने हाल ही में अपनी शादी दूसरी जगह तय कर ली। जब यह बात शाहिस्ता को पता चली, तो उसने एसपी को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, लेकिन रिहाई ने बढ़ाई नाराजगी
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन एक प्रभावशाली विधायक की पैरवी पर उसे थाने से रिहा कर दिया गया। इस घटना ने न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
थाने में खड़ी काली स्कॉर्पियो बनी चर्चा का विषय
इस मामले में एक काली स्कॉर्पियो, जिस पर सुप्रीम कोर्ट लिखा हुआ था, भी चर्चा का विषय बनी रही। आरोप है कि यह गाड़ी आरोपी के एक साथी की है, जो इस पूरे मामले में शामिल रहा है। पीड़िता ने इस व्यक्ति पर भी शोषण में शामिल होने का आरोप लगाया है।नूर आलम के वायरल फोटो और स्टांप ने इस मामले को और अधिक चर्चा का विषय बना दिया है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित सामग्री की जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी की रिहाई के बाद न्याय पर पीड़िता और जनता के भरोसे को गहरा आघात पहुंचा है।पीड़िता ने आरोपी और उसके सहयोगी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और सुप्रीम कोर्ट तक अपनी शिकायत ले जाने की बात कही है। पुलिस अधीक्षक ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है, लेकिन जनता में इस मामले को लेकर भारी आक्रोश है।