नई दिल्ली: शारदीय नवरात्रि (Shardiya navratri) का सातवां दिन इसे महा सप्तमी (Maha Saptami) भी कहते हैं। दुर्गा पूजा की सप्तमी पूजा सोमवार, 29 सितंबर को होगी। महा सप्तमी में तिथि में मां दुर्गा के सातवें रूप की अधिकाष्ठा देवी कालरात्रि (Maa Kaalratri) की पूजा होती है।
मां कालरात्रि की उपासना से नकारात्मक और बुरी शक्तियों का नाश होता है। इसी रूप में मां ने असुरों का वध किया था। उदायतिथि के अनुसार सोमवार, 29 सितंबर 2025 को सप्तमी पूजा का दिन रहेगा।
मां कालरात्रि पूजा शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:37 से 05:25 तक
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 11: 47 से 12:35 तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:11 से 02:58 तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06:09 से 06:33 तक
मां कालरात्रि पूजा विधि
पूजा के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. इसके बाद पूजा की तैयारी करें। चौकी या पूजा स्थल के पास मां कालरात्रि की प्रतिमा या फोटो स्थापित कर गंगाजल से छिड़काव करें। फिर मां को लाल चंदन लगाएं। इसके बाद चुनरी, सिंदूर, लाल-पीले फूल, फल, भोग, मिठाई आदि अर्पित कर पूजा-पाठ करे। अब धूप-दीप जलाकर मंत्र जाप करें और फिर पूरे परिवार के साथ मां की आरती करें।
मां कालरात्रि पूजा मंत्र
बीज मंत्र: ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कालरात्र्यै नमःस्तोत्र मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः अन्य मंत्र: ॐ कालरात्र्यै नमः’* और *‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै