– ED की जांच में बड़ा खुलासा, लखनऊ ऑफिस पर ताला, साक्ष्य गायब, यूथ इंडिया खोलेगा फरेब की परतें
शरद कटियार
लखनऊ/नोएडा: देश की राजधानी से सटे नोएडा (Noida) में स्थापित माय क्लाउड पार्टिकल कंपनी, जिसे veunew ग्रुप द्वारा संचालित किया जा रहा था, अब ₹3,500 करोड़ के एक हाई-प्रोफाइल डिजिटल घोटाले (High-profile digital fraud) का केंद्र बन चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई में कंपनी के प्रमुख सुखविंदर सिंह खरोड़ और उनकी पत्नी डिंपल खरोड़ को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन इस घोटाले की परतें अब और भी गहराई से खुलने लगी हैं। एक बड़ी जांच एजेंसी के हवाले से मिली विशेष जानकारी के अनुसार, इस नेटवर्क से जुड़े और कई नाम ED के रडार पर हैं।
जांच में सामने आए संभावित सहयोगियों के कई प्रमुख नाम सामने आये हैं। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने कंपनी के लिए निवेशकों को जोड़ने, “घर बैठे कमाई” और “डेटा सेंटर पर निवेश” जैसे झूठे वादों को फैलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन सभी पर शिकन्जा कसने की तैयारी है। देशभर के ठगे गए निवेशकों की आवाज़ को मंच देने और इस घोटाले की गहराई तक पहुँचने के लिए यूथ इंडिया इस पूरे मामले की परत-दर-परत पड़ताल कर रहा है।
इस मीडिया प्लेटफॉर्म ने न केवल ई डी की रिपोर्टों को सामने लाया है, बल्कि निवेशकों से सीधे संवाद स्थापित कर उनके अनुभवों को भी दस्तावेज़ित किया है। यूथ इंडिया आने वाले दिनों में इस घोटाले से जुड़े और कई नामों तथा दस्तावेजों को उजागर करेगा। बड़ी जांच एजेंसी के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि:लखनऊ ऑफिस से बरामद हुई हार्ड डिस्क और दस्तावेजों में छेड़छाड़ के संकेत मिले हैं।
सीसीटीवी फुटेज के कई हिस्से डिलीट या गायब कर दिए गए हैं। कुछ तकनीकी डाटा विदेश में ट्रांसफर होने की आशंका है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं। जहां ED ने कंपनी के मुख्य संचालकों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं इन सहयोगियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
क्या इन्हें किसी राजनीतिक या रसूखदार संरक्षण का लाभ मिल रहा है?
क्या यह घोटाला किसी और बड़े नेटवर्क का हिस्सा है?
प्रवर्तन निदेशालय ने नागरिकों को चेताया है कि “हर महीने किराया”, “100% रिटर्न” या “डिजिटल निवेश से लाखों की आमदनी” जैसी योजनाओं से सावधान रहें। यदि आपने My Cloud Particle या Vuenow Group में निवेश किया है, तो तुरंत अपने क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन या ईडी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं।
”डिजिटल इंडिया के नाम पर हुआ सबसे बड़ा फ्रॉड?”यूथ इंडिया की तहकीकात से सामने आ रही हैं परतें”
“जांच एजेंसियां अलर्ट, आने वाले दिनों में कई बड़े नाम हो सकते हैं बेनकाब”