“आंकड़ों में दिख रहा है कानपुर का बदलता चेहरा”
विशेष इंटरव्यू | दैनिक यूथ इंडिया
संवाद : शरद कटियार (मुख्य संपादक)
अतिथि : रमेश अवस्थी (कानपुर सांसद)
फर्रुखाबाद /कानपुर। रमेश अवस्थी एक ऐसा नाम जो आज युवाओं के लिए प्रेरणाप्रद तो है ही साथ ही साफ सुथरी राजनीति और संघर्षों को पार कर सफलता की सीढ़ी पर निरंतर आगे बढ़ते जाने वाले व्यक्तित्व का भी नाम है, सोमबार को अपने गृह जनपद भ्रमण के दौरान वो यूथ इंडिया से रूबरू हुए तो उनकी चिंता सिर्फ अपने कानपुर की ही दिखी, विकास के तमाम प्रयासों और सपनो का उन्होंने खुलकर जिक्र किया, पेश हैँ उनसे सीधी बातचीत के मुख्य अंश…..
प्रश्न : सांसद जी, यूथ इंडिया के संपादकीय कार्यालय में आपका आगमन किस दृष्टि से महत्वपूर्ण है?
उत्तर :यूथ इंडिया ने हमेशा जनहित और विकास से जुड़े विषयों को गंभीरता से उठाया है। संपादकीय कार्यालय में आकर मेरा उद्देश्य केवल औपचारिक भेंट नहीं, बल्कि कानपुर के विकास की वास्तविक स्थिति और भविष्य की दिशा पर सार्थक संवाद करना था। लोकतंत्र में मीडिया और जनप्रतिनिधि के बीच संवाद जितना पारदर्शी होगा, जनता उतनी ही सही जानकारी पाएगी।
प्रश्न : कानपुर की वर्तमान स्थिति को आप किन ठोस आंकड़ों के आधार पर देखते हैं?
उत्तर :कानपुर लगभग 45 लाख से अधिक आबादी वाला महानगर है और उत्तर प्रदेश की औद्योगिक रीढ़ रहा है। बीते कुछ वर्षों में शहर ने इंफ्रास्ट्रक्चर, परिवहन, उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। आज कानपुर का विकास केवल योजनाओं में नहीं, बल्कि आंकड़ों और जमीन पर दिख रहे कार्यों में परिलक्षित हो रहा है।
प्रश्न : इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में सबसे बड़ा परिवर्तन क्या मानते हैं?
उत्तर :सबसे बड़ा परिवर्तन कानपुर मेट्रो परियोजना है।
वर्तमान में पहले चरण में 9 किलोमीटर से अधिक ट्रैक पर मेट्रो का संचालन हो रहा है, जिससे प्रतिदिन 60 से 70 हजार यात्री लाभान्वित हो रहे हैं।
इसके अतिरिक्त शहर में 15 से अधिक फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज बने हैं, जिससे ट्रैफिक दबाव में लगभग 25 से 30 प्रतिशत की कमी आई है।
प्रश्न : रोजगार और उद्योग को लेकर आपकी क्या प्राथमिकताएं रही हैं?
उत्तर :कानपुर की पहचान उद्योग से जुड़ी रही है। वर्तमान में यहां करीब 1.5 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयाँ सक्रिय हैं।
लेदर, टेक्सटाइल, हैंडलूम और डिफेंस सेक्टर में हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है।
डिफेंस कॉरिडोर से जुड़े निवेश के माध्यम से आने वाले समय में 50 हजार से अधिक नए रोजगार अवसर सृजित होने की संभावना है।
प्रश्न : शिक्षा के क्षेत्र में कानपुर की स्थिति को कैसे आंकते हैं?
उत्तर :कानपुर शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश के अग्रणी शहरों में है।
यहां आईआईटी कानपुर, चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय, 20 से अधिक इंजीनियरिंग व प्रोफेशनल कॉलेज और 300 से अधिक माध्यमिक विद्यालय हैं।
स्किल डेवलपमेंट और तकनीकी शिक्षा के माध्यम से हर वर्ष हजारों युवा रोजगार के लिए तैयार हो रहे हैं।
प्रश्न : स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर आम जनता की अपेक्षाएं क्या हैं और क्या कार्य हुआ है?
उत्तर :स्वास्थ्य आम नागरिक की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
कानपुर में हैलेट, उर्सला और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज जैसे बड़े चिकित्सा संस्थान हैं।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक लाखों परिवारों को निशुल्क उपचार का लाभ मिला है। सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं के विस्तार से अब मरीजों को बाहर जाने की मजबूरी कम हो रही है।
प्रश्न : स्वच्छता और नागरिक सुविधाओं में क्या सुधार दिखाई दे रहा है?
उत्तर :आज कानपुर के 90 प्रतिशत से अधिक वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था है।
स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, अंडरग्राउंड ड्रेनेज और सार्वजनिक स्थलों के सौंदर्यीकरण से शहर की नागरिक सुविधाओं में लगातार सुधार हुआ है।
प्रश्न : अंत में कानपुर की जनता के लिए आपका संदेश?
उत्तर :कानपुर का विकास साझे प्रयास से ही संभव है। सरकार, प्रशासन और जनता—तीनों की सहभागिता जरूरी है। मेरा संकल्प है कि कानपुर को आधुनिक, सुरक्षित और रोजगार देने वाला महानगर बनाया जाए। जो विकास आज आंकड़ों में दिख रहा है, वह आने वाले वर्षों में और मजबूत रूप में सामने आएगा।
यूथ इंडिया के संपादकीय कार्यालय में हुआ यह संवाद स्पष्ट करता है कि कानपुर का विकास अब दावों से आगे बढ़कर आंकड़ों और कार्यों में दिखाई दे रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य—चारों क्षेत्रों में संतुलित प्रयास शहर को नई पहचान की ओर ले जा रहे हैं।

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