लखनऊ। राजधानी लखनऊ के निराला नगर स्थित संघ भवन में चल रही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय समन्वय बैठक का आज दूसरा दिन रहा। बैठक में पार्टी और संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आगामी पंचायत चुनाव, विधानसभा उपचुनाव और विधान परिषद (MLC) की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही संगठनात्मक मजबूती और सरकार-संगठन के बीच बेहतर तालमेल को लेकर भी रणनीति पर मंथन हुआ।
बैठक में पंचायत चुनाव को लेकर पार्टी के बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय करने का निर्णय लिया गया। पंचायत चुनावों को संगठन की जमीनी पकड़ और जनाधार को मजबूत करने का बड़ा अवसर माना जा रहा है। इसी कड़ी में विधानसभा उपचुनावों पर भी गहन चर्चा हुई। यह तय किया गया कि सरकार की उपलब्धियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता को जनता तक पहुंचाने की दिशा में पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाएगा।
बैठक में विशेष रूप से विधान परिषद (MLC) की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर रणनीति बनी। पार्टी की कोशिश है कि अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल कर विधान परिषद में अपनी स्थिति और मजबूत की जाए। इसके लिए संभावित प्रत्याशियों के नाम, जातीय समीकरण और संगठनात्मक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि चुनावी समय में संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत किया जाए।
बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाई जाएगी।
प्रत्येक मंडल और सेक्टर में संपर्क अभियान चलाकर आम जनता तक सरकार की योजनाओं की जानकारी पहुंचाई जाएगी।
कार्यकर्ताओं को जनता की समस्याओं को सुनने और तुरंत समाधान कराने के निर्देश दिए गए।
तीन दिवसीय बैठक के एजेंडे में शिक्षा सुधार, सामाजिक समूहों तक पहुंच, किसान वर्ग से संवाद और युवाओं को संगठन से जोड़ने जैसे विषय भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कल बैठक के अंतिम दिन इन विषयों पर भी गहन विचार-विमर्श होगा और कार्ययोजना तय की जाएगी।
पंचायत चुनाव और विधानसभा उपचुनाव को लेकर बनी रणनीति।
विधान परिषद (MLC) की 11 सीटों पर गहन मंथन।
संगठनात्मक मजबूती और बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने पर जोर।
सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाने पर चर्चा।
सामाजिक और शैक्षिक मुद्दों पर भी हुई प्रारंभिक बातचीत।