लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के निर्देश पर 26 जुलाई 2025 को ‘आरक्षण दिवस’ को ‘संविधान मानस्तंभ दिवस’ के रूप में पूरे उत्तर प्रदेश में उत्साहपूर्वक मनाया गया। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जिला एवं महानगर कार्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। श्री अखिलेश यादव ने इस आयोजन की सफलता पर सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
अखिलेश यादव ने अपने संदेश में कहा कि भारत के संविधान की प्रति के सान्निध्य में ‘संविधान मानस्तंभ स्थापना दिवस’ का आयोजन कर हम सामाजिक न्याय, समता और आरक्षण की रक्षा के अपने संकल्प को दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान ही हमारा ढाल और कवच है, और ‘संविधान मानस्तंभ’ समाजवादी विचारधारा के ‘पीडीए प्रकाशस्तंभ’ के रूप में भविष्य में सामाजिक न्याय की राह को प्रकाशवान करता रहेगा।
प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों, एमएलसी और संगठन पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रही। राजधानी लखनऊ में प्रमुख रूप से पूर्व कैबिनेट मंत्री रामगोविन्द चौधरी और पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने कार्यक्रम में भाग लिया।
गाजीपुर, गोरखपुर, एटा, फिरोजाबाद, अयोध्या, जौनपुर और बदायूं सहित कई जनपदों में सांसदगण शिवपाल सिंह यादव, माता प्रसाद पाण्डेय, लाल बिहारी यादव, रामजी लाल सुमन, अवधेश प्रसाद, धर्मेन्द्र यादव और श्याम लाल पाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर पूरे प्रदेश से नामित पदाधिकारियों, सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों और एमएलसी ने अपने-अपने जिलों में संविधान मानस्तंभ दिवस का आयोजन किया। इनमें प्रयागराज, मथुरा, हाथरस, इटावा, झांसी, जालौन, बांदा, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, आजमगढ़, मऊ, सिद्धार्थनगर, बहराइच, बाराबंकी, लखीमपुर, सीतापुर, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर आदि शामिल हैं।
इसके अलावा कई प्रमुख समाजवादी नेता—जैसे कि पूर्व सांसद सलीम शेरवानी, कैलाश यादव, आलोक तिवारी, यशवीर सिंह धोबी—और पूर्व विधायकगण भी अपने-अपने क्षेत्रों में कार्यक्रमों में शामिल हुए।
समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित यह आयोजन केवल एक प्रतीकात्मक दिवस नहीं था, बल्कि यह एक स्पष्ट राजनीतिक-सामाजिक संदेश था कि पार्टी संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह आने वाले समय में सामाजिक न्याय की लड़ाई को और मजबूती से आगे बढ़ाएगी।


