लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन विधायकों और मंत्रियों (MLA and ministers) के वेतन-भत्तों (Salary and allowances) में बढ़ोतरी का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव के अनुसार अब विधायकों का मासिक वेतन 25,000 रुपये से बढ़ाकर 35,000 रुपये और मंत्रियों का वेतन 40,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, यात्रा भत्ता, आवास भत्ता और अन्य सुविधाओं में भी वृद्धि की गई है। सरकार का कहना है कि इस फैसले से जनप्रतिनिधियों को अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभाने में मदद मिलेगी।
इस वेतन और भत्तों की वृद्धि से राज्य सरकार पर सालाना करीब 105 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा। यह वृद्धि अगस्त 2016 के बाद पहली बार की गई है। विधानसभा की एक समिति द्वारा तैयार रिपोर्ट के आधार पर विधायकों और पूर्व विधायकों की पेंशन व भत्तों में भी संशोधन किया गया है।
पूर्व विधायकों को अब 6 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर 2 हजार रुपये प्रतिमाह की अतिरिक्त पेंशन मिलेगी, जो हर वर्ष 2 हजार रुपये बढ़ती जाएगी।
इसके अलावा, पारिवारिक पेंशन को भी 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दिया गया है। वहीं पूर्व विधायकों को अब रेलवे और हवाई यात्रा के लिए 1.5 लाख रुपये के कूपन मिलेंगे, जिसमें 50 हजार हवाई यात्रा और 1 लाख रुपये निजी वाहन के ईंधन के लिए निर्धारित हैं। अगर यह राशि खर्च नहीं होती तो उसे अगले वर्ष के लिए स्थानांतरित किया जा सकेगा।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में कहा कि यह संशोधन वर्तमान समय की महंगाई और जनप्रतिनिधियों की बढ़ती जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, ताकि वे बेहतर तरीके से जनसेवा कर सकें।