फर्रुखाबाद: गंगा कटरी क्षेत्र में आई बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। हर ओर पानी का सैलाब (flood) फैला हुआ है, रास्ते कट चुके हैं और लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। ऐसे ही हालातों के बीच कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मदनपुर कुआं खेड़ा खास निवासी बुजुर्ग (old man) नाहर सिंह उर्फ नहरुआ (पुत्र मंगली प्रसाद जाटव) की जान उस समय जोखिम में पड़ गई जब वह जलसैलाब के बीच से गुजरते समय डूबने लगे।
घटना उस समय की है जब बुजुर्ग नाहर सिंह अपनी बेटी और दामाद को विदा कर ढाई घाट शमशाबाद मार्ग पर स्थित ग्राम बिरिया डाडा के पास से घर लौट रहे थे। वहां मार्ग पूरी तरह से कटा हुआ था और वह नाव का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान वह जलसैलाब के बीच से गुजरने लगे। दुर्भाग्यवश उनका पैर पानी से भरे एक गहरे गड्ढे में चला गया और वे डूबने लगे।
घटना को देखकर मौके पर मौजूद नाव में सवार नाविकों के होश उड़ गए। मगर उन्होंने हिम्मत दिखाई और तुरंत कुछ स्थानीय लोगों की मदद से जान की परवाह किए बिना पानी में कूद पड़े। नाविकों ने बड़ी मशक्कत के बाद बुजुर्ग को पानी से बाहर निकाला।
बचाए जाने के तुरंत बाद बुजुर्ग की हालत गंभीर हो गई। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) शमशाबाद में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति में सुधार हुआ। इसके पश्चात उन्हें परिजनों के साथ घर भेज दिया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बाढ़ का पानी इस कदर फैला है कि गांवों के संपर्क मार्ग पूरी तरह टूट चुके हैं। लोग जान जोखिम में डालकर या वैकल्पिक साधनों से आना-जाना कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्थायी राहत या सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं।