शाहजहाँपुर। जनपद शाहजहाँपुर के इतिहास में आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया है। वर्षों से चल रहे संघर्ष और अथक प्रयासों का फल आखिरकार मिल गया। जलालाबाद का नाम अब आधिकारिक रूप से परशुरामपुरी कर दिया गया है।
इस ऐतिहासिक क्षण के सूत्रधार बने डीसीबी के पूर्व चेयरमैन भूपेंद्र सिंह भन्नू, जिन्होंने गाँव-गाँव, नगर-नगर से लेकर दिल्ली की गलियों तक इस मांग को बुलंद किया। उनका सपना था कि माँ-भूमि का यह प्राचीन नगर भगवान परशुराम की तपस्थली के नाम से जाना जाए।
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के अथक प्रयासों और जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह की सराहनीय भूमिका के चलते आज यह सपना साकार हो सका।
भूपेंद्र सिंह भन्नू ने इस मौके पर कहा –
आज वर्षों की मेहनत रंग लाई है। यह केवल नाम परिवर्तन नहीं, बल्कि हमारी आस्था, संस्कृति और परंपरा की पुनर्स्थापना है। मैं परशुरामपुरी के सभी निवासियों को हृदय से बधाई देता हूँ और इस कार्य में सहयोग देने वाले केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद व जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह का आभार व्यक्त करता हूँ।”
निस्संदेह, यह क्षण न केवल शाहजहाँपुर बल्कि संपूर्ण उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का है। परशुरामपुरी का यह नया नाम आने वाली पीढ़ियों को अपनी संस्कृति और परंपरा से जोड़ने का कार्य करेगा।