5 करोड़ से कम लागत वाले कामों में नई व्यवस्था, ठेकेदार देंगे रेट – सबसे कम बोली लगाने वाले को मिलेगा काम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सड़क निर्माण कार्यों की टेंडर प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। विभाग अब अपने निर्धारित रेट सार्वजनिक नहीं करेगा। यहां तक कि 5 करोड़ रुपये से कम लागत वाले कार्यों के रेट भी नहीं खोले जाएंगे।
नई प्रणाली के तहत विभाग सिर्फ –
सड़क की लंबाई और चौड़ाई
निर्माण सामग्री के मानक
जारी करेगा। इसके बाद ठेकेदारों को खुद अपने रेट प्रस्तुत करने होंगे।
जिस ठेकेदार का रेट सबसे कम होगा, उसे वह काम आवंटित कर दिया जाएगा।
PWD अधिकारियों का कहना है कि इस कदम से –पारदर्शिता बढ़ेगी,
निर्माण कार्यों की वास्तविक लागत सामने आएगी
और ठेकेदारों के बीच प्रतिस्पर्धा तेज होगी, जिससे सरकारी खजाने की बचत होगी।
हालांकि इस नई व्यवस्था ने ठेकेदारों के बीच हलचल मचा दी है। उनका मानना है कि PWD द्वारा अपने रेट तय न करने से अब पूरी तरह ठेकेदारों पर जिम्मेदारी आ जाएगी। कई ठेकेदारों का कहना है कि इससे कम बोली लगाने की होड़ तो बढ़ेगी, लेकिन गुणवत्ता पर असर पड़ने का खतरा रहेगा।
विभाग का कहना है कि गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा। निर्धारित मानकों से हटकर काम करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी और सभी परियोजनाओं की सख्त मॉनिटरिंग होगी।
यह बदलाव आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में सड़क निर्माण की टेंडर प्रणाली का चेहरा बदल सकता है।