– US टैरिफ की चिंता न करें – रूसी राजनयिक
– रूस के लिए बहुत मायने रखता है भारत
नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए भारी टैरिफ के बीच रूस (Russia) ने India को आश्वासन दिया है कि उसे इन आर्थिक प्रतिबंधों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। रूसी राजनयिक रोमन बाबुश्किन ने बुधवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि रूसी बाजार भारतीय सामानों के लिए पूरी तरह खुले हैं और भारत-रूस के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत किए जाएंगे।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हिंदी में “शुरुआत करेंगे, श्रीगणेश करेंगे” कहकर की, जिससे भारत के प्रति रूस की सांस्कृतिक नजदीकी का संकेत मिला। बाबुश्किन ने कहा कि अगर भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में टैरिफ के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तो वे रूस के साथ एक व्यापक व्यापारिक कॉरिडोर बना सकते हैं। उनका कहना था कि रूस भारत के निर्यात का यथासंभव स्वागत करता है और अमेरिकी दबाव के चलते भारत को पीछे हटने की जरूरत नहीं है।
अमेरिका ने अब तक भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिसमें 25 प्रतिशत का रेसिप्रोकल टैरिफ पहले ही लागू हो चुका है और 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने के चलते लगाया गया है। बाबुश्किन ने अमेरिकी नीति की आलोचना करते हुए कहा कि व्यापार को हथियार बनाना वैश्विक अस्थिरता को बढ़ावा देता है और यह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ सिद्धांत का भी उल्लंघन है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका इस अतिरिक्त टैरिफ को हटाने पर विचार कर रहा है, लेकिन रूस का रुख स्पष्ट है कि वह भारत के साथ हर परिस्थिति में खड़ा रहेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर पश्चिम आपकी आलोचना कर रहा है, तो इसका मतलब है कि आप सही दिशा में हैं। रूस की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब भारत अमेरिका के टैरिफ दबाव के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहा है।
रोमन बाबुश्किन ने आगे कहा कि रूस किसी भी तरह के बाहरी दबाव की परवाह किए बिना भारत के साथ संबंधों को बनाए रखने और उन्हें मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। चाहें कैसी भी चुनौतियां हों, हम किसी भी समस्या को दूर करने का भरोसा दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके यूक्रेन के घटनाक्रमों के बारे में जानकारी शेयर करने का तलब है कि भारत रूस के लिए बहुत मायने रखता है. हमारी साझेदारी का गहरा होना, हमें साथ मिलकर आगे बढ़ने में मदद करेगा।
गौरतलब है कि रूसी तेल की खरीद को लेकर अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से भी साफ कहा गया था कि अमेरिका ने रूस के सस्ते तेल आयात को निशाना बनाया है, जबकि हमारा Oil Import बाजार कारकों पर आधारित है और 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है.