शमशाबाद (फर्रुखाबाद): मंडी समिति शमशाबाद में सोमवार को प्रशासन द्वारा शुरू किए गए राशन वितरण (ration distribution) कार्यक्रम में उस समय हंगामा हो गया जब ग्राम बसोला से आए बाढ़ पीड़ितों और ग्राम प्रधान (Gram Pradhan) पति के बीच विवाद बढ़कर मारपीट तक पहुँच गया। जानकारी के अनुसार, ग्राम बसोला से चार ट्रैक्टरों पर सवार बाढ़ पीड़ित लोग ग्राम प्रधान मंजू राजपूत के साथ मंडी समिति परिसर पहुँचे थे। राहत सामग्री वितरण के दौरान ग्राम प्रधान पति सोरन राजपूत और एक बाढ़ पीड़ित के बीच सूची में नाम न होने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि गाली-गलौज और हाथापाई की नौबत आ गई।
अचानक हुए इस विवाद से मंडी समिति परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आरोप है कि मारपीट करने वाला आरोपी घटना के बाद मौके से फरार हो गया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँची। गेट के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठियां पटककर लोगों को खदेड़ा और वाहनों को हटवाया। कस्बा इंचार्ज दीपक कुमार ने ग्राम प्रधान मंजू राजपूत से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि एक बाढ़ पीड़ित ने सूची में नाम न होने पर हंगामा किया और मारपीट के बाद फरार हो गया।
बाद में कायमगंज विधायक डॉ. सुरभि गंगवार, उपजिलाधिकारी और तहसीलदार कायमगंज मौके पर पहुँचे। उन्होंने मंडी परिसर में बैठकर गाँव भगवानपुर और नगला बसोला के 10-10 बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री का वितरण कराया। वितरण के दौरान विधायक ने उच्चाधिकारियों से फोन पर बात कर यह सुनिश्चित करने को कहा कि सूची में नाम न होने वाले वास्तविक बाढ़ पीड़ितों को भी राशन किट उपलब्ध कराई जाए।
इस पर उच्चाधिकारियों ने केवल सूचीबद्ध लोगों को किट देने की बात कही, जिस पर विधायक ने नाराज़गी जताई और अपनी ओर से ग्राम बसोला के 10 पीड़ितों को किट वितरित किए। विधायक डॉ. सुरभि गंगवार ने कहा, जो भी वास्तव में बाढ़ पीड़ित है, उसे हर संभव मदद मिलेगी। इसमें किसी प्रकार की राजनीति नहीं होगी। राहत सामग्री पीड़ितों तक पहुँचाना ही हमारी प्राथमिकता है।