– भोजन में बदबू, शिकायत पर झगड़ा – रेलवे प्लेटफॉर्म पर खुलेआम लापरवाही।
– M/S Sopan Restaurant का मामला, ट्रेन यात्री को दिया गया खराब फूड पैक।
– यात्री की जान से हो सकता था खिलवाड़ – जांच व कार्रवाई की मांग तेज
कानपुर : कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या 1 स्थित अधिकृत रेस्टोरेंट “M/S Sopan Restaurant” से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यात्री द्वारा संगम एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 14163) के M2 कोच से यात्रा करते समय, ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचने पर उक्त स्टॉल से ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से खाना खरीदा गया। परंतु जब उस खाने को खोला गया, तो वह पूर्णतः सड़ा हुआ और बदबूदार निकला। खाने में मौजूद सैंडविच व सब्जी दोनों में से बदबू आ रही थी और उसकी गुणवत्ता इतनी खराब थी कि वह स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता था।
शिकायत करने पर झगड़ा करने को उतारू हुआ स्टॉल कर्मचारी
यात्री द्वारा जब स्टॉल संचालक से इस खराब भोजन के बारे में शिकायत की गई, तो वह न सिर्फ जवाब देने से बचता रहा, बल्कि वह झगड़ने पर आमादा हो गया। यह रवैया न केवल असंवेदनशील है, बल्कि रेलवे द्वारा निर्धारित उपभोक्ता अधिकारों का खुला उल्लंघन है। रेलवे विभाग व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती है। यह मामला रेलवे की भोजन वितरण व्यवस्था और उसकी गुणवत्ता निगरानी प्रणाली पर एक गहरा सवाल खड़ा करता है। स्टेशन पर अधिकृत स्टॉल से अगर इस प्रकार की गंदगीयुक्त व सड़ी हुई खाद्य सामग्री खुलेआम दी जा रही है, तो यात्रियों के स्वास्थ्य के साथ यह एक खुला खिलवाड़ है।
वहीं अब यात्री की मांग है कि स्टॉल पर तुरंत कार्रवाई व फूड सैंपल की जांच कर कार्यवाही हो।
यात्री द्वारा यह मांग की गई है कि इस स्टॉल पर तत्काल कार्रवाई की जाए और संबंधित फूड सैंपल को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाए। साथ ही, स्टॉल के लाइसेंस की वैधता और पूर्व रिकॉर्ड की भी समीक्षा की जानी चाहिए।
क्या कहता है रेलवे का नियम?
रेलवे के दिशानिर्देशों के अनुसार, IRCTC से अनुबंधित किसी भी रेस्टोरेंट को स्वच्छ, सुरक्षित व मानक खाद्य सामग्री ही परोसने की अनुमति है। इसके उल्लंघन पर लाइसेंस रद्द करने, जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है।