– थाने का मुख्य गेट किया गया बंद, करीब एक घंटे तक बाधित रहा मार्ग
– बाल बाल बचे थे थानाध्यक्ष और पुलिसकर्मी
फर्रुखाबाद/जहानगंज: थाना क्षेत्र के नगला चाहर गांव में युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार को थाने के सामने जमकर हंगामा किया। करीब सात ट्रैक्टरों में शव को रखकर लाए ग्रामीणों ने थाना गेट के सामने शव रख दिया और सड़क पर जाम लगा दिया। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें थानाध्यक्ष जितेंद्र पटेल सहित कई पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे, जबकि कुछ को मामूली चोटें भी आईं। पुलिस ने घटना को लेकर लगभग 100 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शनिवार सुबह लगभग 10:30 बजे नगला चाहर निवासी मृतक शिवा उर्फ शिवानंद (पुत्र अनिल लोधी) का शव ग्रामीणों ने थाने के मुख्य गेट पर रख दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि युवक की मौत संदेहास्पद है और पुलिस निष्क्रिय है। इस दौरान मृतक के परिजन, गांव के दर्जनों लोग, महिलाएं और अन्य सहयोगी प्रदर्शन में शामिल हुए।
ग्रामीणों ने सड़क के दोनों ओर आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया। बार-बार समझाने के बावजूद भीड़ नहीं मानी और उत्तेजना बढ़ती चली गई। भीड़ ने थाना परिसर में ईंट-पत्थर चलाए, जिससे भय का माहौल बन गया और आसपास के दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर भाग खड़े हुए।
प्रदर्शन कर रही भीड़ में से कुछ उपद्रवियों ने थानाध्यक्ष जितेंद्र पटेल को जान से मारने की धमकी भी दी। हालात इतने बिगड़ गए कि थाना फोर्स को पीछे हटना पड़ा और वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत और उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद भीड़ तितर-बितर हुई और मार्ग को खुलवाया गया।
उपनिरीक्षक कुवरवीर सिंह की तहरीर पर पुलिस ने 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें 24 नामजद आरोपी हैं, जबकि 70-80 अज्ञात हैं।
नामजद आरोपियों में
धर्मवीर पुत्र पुरुषोत्तम नारायण, सोनपाल पुत्र अजयपाल, बी०पी० पुत्र सुरेशचंद्र, ध्रुव पुत्र सुरेशचंद्र, दीपक पुत्र नंदराम, रुपलाल पुत्र सरदार, आदेश पुत्र पुरुषोत्तम, सुरजीत पुत्र संदीप, रक्षपाल पुत्र बाबूराम, श्रीपाल पुत्र बाबूराम, केशव पुत्र बाबूराम, सतेंद्र पुत्र आनंद, सुरजीत पुत्र संजीव, सचिन पुत्र बलराम, देवेंद्र पुत्र अरविंद, मोहित पुत्र अहिलकार, केशव पुत्र जगदीशचंद्र, उपेंद्र पुत्र लालमन, गोविंद पुत्र सुरेशचंद्र, राघवेंद्र पुत्र सिकदार, अजब सिंह पुत्र गंगाराम, धनपाल पुत्र अजयपाल, जानेद पुत्र रामविलास, योगेश पुत्र रामविलास, राजेश पुत्र पंचमदास, देवेश पुत्र जगपाल, शामिल हैं।
इसके अलावा 20–30 महिलाएं व 30–40 पुरुषों को भी उपद्रव में शामिल माना गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें सरकारी कार्य में बाधा, सार्वजनिक शांति भंग करना, पथराव, बलवा, और जानलेवा हमला जैसी धाराएं शामिल हैं। पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है।