– नरौरा डैम से छोड़े गए पानी की सूचना रोजाना मीडिया को देने के निर्देश, नावें व गोताखोर होंगे तैनात
फर्रूखाबाद: जिलाधिकारी (DM) आशुतोष कुमार द्विवेदी (Ashutosh Kumar Dwivedi) की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार फतेहगढ़ में बाढ़ राहत तैयारियों (flood relief preparations) को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बाढ़ संभावित क्षेत्रों की सुरक्षा, राहत सामग्री की व्यवस्था और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ के दौरान लगाई जाने वाली नावों का समय रहते नवीनीकरण सुनिश्चित किया जाए और गोताखोरों के साथ बैठक कर उनकी तैनाती की रूपरेखा तैयार की जाए। साथ ही, सभी आवश्यक उपकरण जैसे लाइफ जैकेट, टॉर्च और सर्चलाइट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों और परिवारों की पूर्व पहचान कर सूची तैयार की जाए। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार व बीडीओ को निर्देशित किया कि वे संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तत्काल भ्रमण कर वस्तुस्थिति का जायजा लें और आवश्यक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को निर्देश दिया गया कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए मेडिकल किट और आवश्यक दवाओं की समय रहते व्यवस्था कर ली जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
सीवीओ (मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी) ने जानकारी दी कि जिन गोवंश आश्रय स्थलों पर बाढ़ का खतरा है, वहां से गोवंशों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि नरौरा डैम से छोड़े गए पानी की मात्रा और जल स्तर की जानकारी प्रतिदिन मीडिया के माध्यम से साझा की जाए ताकि जनता समय रहते सचेत रह सके और प्रशासन भी अपनी तैयारी को उसी अनुसार सक्रिय रख सके।
इस अहम बैठक में पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी को अपने-अपने विभागों के दायित्वों का निर्वहन समयबद्ध और प्रभावी ढंग से करने के निर्देश दिए गए।