सैफई,इटावा: समाजवादी आंदोलन के आधारस्तंभ और सबके श्रद्धेय मान्यवर नेता जी की पुण्यतिथि (death anniversary) पर शुक्रवार को समाजवादी कार्यकर्ताओं (Samajwadi family) ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकमत होकर यह संकल्प लिया कि वे संविधान, सामाजिक न्याय और पीडीए समाज (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ संघर्ष जारी रखेंगे।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि “संविधान ही संजीवनी है और संविधान ही ढाल है”— यह संदेश जन-जन तक पहुँचाना ही मान्यवर नेता जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सभी ने यह भी संकल्प लिया कि आरक्षण को समाप्त करने की साजिश रचने वाले तत्वों को लोकतांत्रिक तरीके से हराकर सामाजिक न्याय की भावना को मजबूत किया जाएगा।
सभा में यह भी तय किया गया कि समाजवादी कार्यकर्ता ‘न्याय के राज’ से आगे बढ़कर ‘सामाजिक न्याय के राज’ की स्थापना के लिए सतत प्रयास करते रहेंगे। हर पीड़ित, वंचित और अपमानित व्यक्ति को पीडीए के एकसूत्र में बाँधने की रणनीति पर बल दिया गया।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि जो लोग पीडीए समाज से होते हुए भी निजी स्वार्थवश अपने समाज के विरुद्ध खड़े हैं, उन्हें जनता के सामने बेनकाब किया जाएगा। समाजवादी कार्यकर्ताओं ने प्रण किया कि वे मानवता और समानता में विश्वास रखने वाले हर सहृदय व्यक्ति को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे और 90% समाज की जीत सुनिश्चित करेंगे। अंत में कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे “संपर्क, संवाद और सहयोग” के सिद्धांत पर चलते हुए जनता के हक़ और सम्मान के लिए लड़ते रहेंगे और शीघ्र ही पीडीए की सरकार बनाकर सामाजिक न्याय के सपने को साकार करेंगे।