शमशाबाद: कस्बे में मुख्य मार्ग के किनारे स्थित एक जर्जर नीम का पेड़ (dilapidated Neem tree), जो लंबे समय से दुर्घटनाओं का कारण बनने की आशंका पैदा कर रहा था, अंततः वन विभाग (Forest Department) की कार्रवाई के बाद काट दिया गया। इस कदम से व्यापारियों और राहगीरों ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार, थाना चौराहे से अंदर जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित एक खराद की दुकान के पास यह पुराना नीम का पेड़ खड़ा था, जो काफी समय से जर्जर अवस्था में था। पेड़ का झुकाव सड़क की ओर हो गया था, जिससे प्रतिदिन वहां से गुजरने वाले लोगों में भय बना रहता था कि कहीं यह पेड़ अचानक गिर न पड़े और किसी बड़ी दुर्घटना का कारण न बन जाए।
व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने इस संबंध में कई बार वन विभाग को लिखित शिकायत भेजी थी। लोगों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए वन विभाग के दरोगा राकेश चंद्र तिवारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तत्परता दिखाते हुए पेड़ को कटवाने का निर्णय लिया। लगभग दो घंटे तक चली पेड़ कटाई की कार्रवाई के दौरान मुख्य मार्ग पर दोनों ओर वाहनों और राहगीरों की भीड़ लगी रही। हालांकि अस्थायी असुविधा के बावजूद लोगों ने राहत महसूस की कि अब संभावित दुर्घटना का खतरा समाप्त हो गया है।
व्यापारियों ने वन विभाग की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि,
“दारोगा राकेश चंद्र तिवारी ने जनता की समस्या को गंभीरता से लिया और तुरंत उसका समाधान कराया। ऐसे अधिकारी जनता के हित में कार्य कर वास्तव में प्रशंसा के पात्र हैं।”
पेड़ कटने के बाद क्षेत्र के लोगों ने कहा कि अब वे निश्चिंत होकर आवागमन कर सकते हैं। लंबे समय से बनी यह समस्या आखिरकार हल हो गई है।