फर्रुखाबाद| न्यायालय कलेक्टर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन बड़े ही औपचारिक एवं गरिमामय वातावरण में किया गया। इस लोक अदालत की अध्यक्षता स्वयं जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष कुमार द्विवेदी ने की और उनकी देखरेख में कुल 09 वादों का निस्तारण किया गया। इनमें 08 राजस्व वाद और 01 स्टाम्प वाद शामिल रहे। राजस्व वादों में मौजा बरती जीवाराम बनाम सरकार, मौजा बनखड़िया संजय बनाम सरकार, मौजा पिपरौली महेश कुमार बनाम सरकार, मौजा हमीरपुर मजरा बरतल मुरारी लाल बनाम सरकार, मौजा रायपुर चिन्हट मुकेश कुमार बनाम सरकार, मौजा बरतल राकेश सिंह बनाम सरकार, मौजा राईपुर चिन्हट लालाराम बनाम सरकार तथा मौजा समाचीपुर चितार रमेशचन्द्र आदि बनाम गांव सभा आदि जैसे महत्वपूर्ण मामले रखे गए थे। वहीं स्टाम्प वाद के अंतर्गत मौजा सितौली सरकार बनाम पुष्पादेवी कोल्ड स्टोरेज पार्टनर दीपक रस्तोगी आदि का भी निस्तारण लोक अदालत में किया गया।इस अवसर पर जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष कुमार द्विवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य आम जनता को त्वरित, सुलभ और सस्ता न्याय उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि लोक अदालत की खासियत यह है कि यहां मामलों का निस्तारण आपसी सहमति से कराया जाता है, जिससे न तो लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है और न ही पक्षकारों को अधिक आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है।डीएम द्विवेदी ने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन जनता का न्याय व्यवस्था पर विश्वास बढ़ाते हैं और समाज में न्यायिक समाधान को सरल और व्यावहारिक बनाते हैं। लोक अदालत के माध्यम से लोगों को जल्दी राहत मिलती है और वर्षों से लंबित विवाद भी समाप्त हो जाते हैं।