फर्रुखाबाद: कलेक्ट्रेट सभागार (Collectorate Auditorium), Fatehgarh में सोमवार को जिलाधिकारी (DM) आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में सीएम डैशबोर्ड की जुलाई माह की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें जनपद की रैंकिंग 59 पर आ जाने से प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गई।बैठक में 26 विभागों की 64 योजनाओं की गहन समीक्षा हुई, जिसमें कई विभागों की रैंकिंग बेहद खराब पाई गई।
उद्योग विभाग की मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में 71 रैंक और ओडीओपी वित्त पोषण योजना में 73 रैंक, नियोजन विभाग की फैमिली आईडी में 66 रैंक, पंचायती राज विभाग की 15वें वित्त आयोग ग्राम पंचायत में 67 रैंक और राज्य वित्त में 55 रैंक मिली।स्वच्छता और आधारभूत सुविधाओं के मोर्चे पर भी हाल चिंताजनक रहे एसबीएम फेज-2 में 38 रैंक, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में 51 रैंक, विद्युत विभाग की ग्रामीण आपूर्ति में 35 रैंक, जलजीवन मिशन में 55 रैंक, और लोक निर्माण विभाग की नई सड़कों के निर्माण में 38 रैंक रही।
कृषि क्षेत्र में पीएम किसान सम्मान निधि ने 30 रैंक, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की सड़कों में 50 रैंक, चिकित्सा विभाग की 108 एम्बुलेंस सेवा में 22 रैंक, टेली रेडियोलॉजी में 32 रैंक, बायो मेडिकल उपकरण रखरखाव में 50 रैंक हासिल किए।मत्स्य विभाग की मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में 46 रैंक और मत्स्य उत्पादन में 42 रैंक, पर्यटन विभाग की राज्य योजना में 54 रैंक, ग्राम्य विकास विभाग की डीएनआरएलएम बैंक क्रेडिट लिंकिंग में 32 रैंक और पीएम आवास योजना ग्रामीण में 24 रैंक आई।
सबसे चिंताजनक स्थिति लोक शिकायत निर्माण कार्य (सीएमआईएस) में रही, जहां रैंक 72 पर लुढ़क गई।जिलाधिकारी द्विवेदी ने इन नतीजों पर गहरी नाराज़गी जताते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी अगले माह रैंकिंग में सुधार करो, वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहो।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, पीडी डीआरडीए, जिला विकास अधिकारी समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।