शाहजहांपुर। रविवार को खुदागंज क्षेत्र के ग्राम जलालपुर मे सरदार रंजीत सिंह का शव मिलने से क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया था,लोग मौत के कारणों को लेकर अपने अपने अनुमान लगा रहे थे पोस्टमोर्टम रिपोर्ट मे रंजीत सिंह के सर मे गंभीर चोट आने से उसकी मौत होने का कारण स्पस्ट हुआ है।
जहाँ सारे घटनाक्रम मे 2 युवतियों का नाम आने से एवं वायरल ऑडियो काल मे भी लड़कियो का जिक्र होने से घटना का मुख्य बिंदु उनकी ओर घूम गया जिसमे पता चला की मृतक युवक के खेत मे गेहूँ काट रहे कम्बाइन चालक ने दोनों लड़कियो को रात्रि मे फोन कर के बुलाया था लड़कियों के घर से निकलते ही उनके परिवार बालों ने भी उनका पीछा शुरू कर दिया था जैसे ही खेतों मे टार्च की रोशनी चारो ओर से लगी तभी लड़किया और कम्पाइन चालक मौका पाकर भाग गए इसी बीच अपने खेत मे गेहूँ की कटाई करा रहे मृतक सरदार रंजीत सिंह को उन्ही मे से किसी व्यक्ति द्वारा मार दिया गया।
सोमवार को भी सिख समाज के लोगो ने थाने पर सुबह से डेरा डाल दिया था जिसमे पुलिस और परिवार बालों की काफी देर वार्ता चली परिवार बालों ने इस दौरान कहा की कम्बाइन चालक लालू एव्ं आरोपी युवक से अगर पुलिस सख्ती से पूछताछ करेगी तो वह घटना से पूर्व आये 4 लोगो के नाम बता देंगे।
इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए क्षेत्राधिकारी तिलहर ज्योति यादव लगातार थाना प्रभारी खुदागंज एवं समस्त उप निरीक्षकों के साथ वार्तालाप कर रही है,पुलिस कई एंगल से मामले की जांच में जुटी हुई है।
कुचईघाट खुदागंज पर किया गया रंजीत सिंह का दाह संस्कार,रोते हुए पत्नी बोली मुझे इंसाफ चाहिए
खुदागंज नगर से लगभग 5 किलो मीटर दूर रंजीत सिंह का झाला है जहां ग्रामीण परिवेश अधिक होने के कारण गेहूं की फसल पकी हुई खड़ी है हुए मृतक रंजीत के परिवार वालों ने इसी को दृष्टिगत रखते हुए अपने गांव जलालपुर से लगभग 6-7 किलोमीटर दूर खुदागंज नगर के कुचईघाट पर दाह संस्कार किया,रंजीत सिंह का दाह संस्कार उसके छोटे भाई एवं उसके 3 साल के दूधमुहे बच्चे ने ने किया, दाह संस्कार के समय रंजीत सिंह की पत्नी मुनिंदर कौर,मां कवलजीत कौर एवं बहन कई बार बेहोश होकर गिर पड़े इस दौरान रंजीत सिंह की पत्नी ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए,हत्यारों को किसी भी कीमत पर छोड़ा ना जाए।
3 साल का बेटा इन सब से है अंजान
3 साल का गुरवंश जब मासूमियत से यह मंजर देख रहा था तब दाहसंस्कार मे शामिल सभी लोगो की आँखें नम हो गयी वह वार वार अपनी माँ,दादी और वुआ को रोते हुए देख कर अपने पिता की आग लगी चिता को निहार रहा था,उस बच्चे को आखिर क्या ही अभी इतनी समझ रही होगी की उसके सर से उसके पिता का साया उठ गया है।