आंदोलन के संस्थापक रहें विनय कटियार नें हाल ही मे लिया था चंपत राय को आड़े हाथ
ध्वजा कार्यक्रम मे भी नहीं हुए थे शामिल
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की 13 दिसंबर को होने वाली बैठक को लेकर इस बार माहौल सामान्य नहीं है। बैठक दोपहर 2 बजे मणिरामदास छावनी में होगी, जिसकी अध्यक्षता महंत नृत्य गोपाल दास करेंगे। ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी इसमें मौजूद रहेंगे।
इस बैठक को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर लग रहे सवालों ने संगठन के अंदर हलचल पैदा कर दी है।
राम मंदिर आंदोलन के संस्थापक सदस्य और पूर्व सांसद विनय कटियार ने हाल ही में चंपत राय पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कटियार ने ट्रस्ट की कुछ कार्यप्रणालियों और निर्णयों पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि कई काम पारदर्शिता के बिना किए जा रहे हैं।
कटियार के बयान ने न सिर्फ ट्रस्ट बल्कि पूरे राजनीतिक हलके में चर्चा तेज कर दी है, क्योंकि वे आंदोलन के शुरुआती और सबसे भरोसेमंद चेहरों में गिने जाते हैं।
सूत्रों के हवाले से यह भी चर्चा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ हालिया प्रबंधन निर्णयों से नाखुश बताए जा रहे हैं। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से मंदिर क्षेत्र में व्यवस्था, निर्माण की गति, तथा कुछ प्रशासनिक समन्वय को लेकर असहमति की बातें सामने आई हैं।
हालांकि सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की नाराज़गी ने ट्रस्ट के अंदर और भी दबाव बढ़ा दिया है।
बैठक क्यों मानी जा रही है अहम?
मंदिर निर्माण की अगली चरण की समीक्षा, दान और वित्तीय प्रबंधन से जुड़े मुद्दे, ट्रस्ट की पारदर्शिता को लेकर उठे सवाल, आगामी धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारिया, राज्य सरकार और ट्रस्ट के बीच समन्वय का मुद्दा अहम् होगा।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में चंपत राय पर उठे सवालों और आंतरिक मतभेदों पर भी चर्चा हो सकती है।
राम मंदिर देशव्यापी आस्था का विषय होने के कारण इस बैठक पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।


