नई दिल्ली। संसद में सोमबार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर जमकर बहस हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में कड़े तेवर दिखाते हुए साफ कहा —
“अब हमने सुदर्शन चक्र उठा लिया है… आतंकवाद के खिलाफ अब कोई समझौता नहीं!”
उन्होंने बताया कि यह सैन्य कार्रवाई 6 और 7 मई 2025 को की गई थी। इस दौरान भारतीय सेना ने दुश्मन के 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया, 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जिससे दुश्मन खेमे में हड़कंप मच गया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की “जीरो टॉलरेंस नीति” का खुला और निर्णायक प्रदर्शन है।
उन्होंने विपक्ष को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा “जो लोग इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं, वो देश की सेना और जवानों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”
यह बयान आते ही संसद में माहौल गर्म हो गया और सत्ता पक्ष की ओर से जमकर मेजें थपथपाई गईं।
ऑपरेशन सिंदूर एक हाई-लेवल गुप्त सैन्य अभियान था, जिसे सीमापार आतंकी लॉन्चपैड्स को ध्वस्त करने के लिए अंजाम दिया गया। इसमें आधुनिक ड्रोन, सटीक मिसाइल और स्पेशल फोर्सेस की टीमों ने भाग लिया। ऑपरेशन का मकसद था — आतंक को जड़ से मिटाना।