— रक्षा क्षेत्र से लेकर डिजिटल अभियान तक, लखनऊ बन रहा नए भारत का नेतृत्व केंद्र
शरद कटियार
लखनऊ। देश के रक्षा मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने बीते वर्षों में न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं, बल्कि लखनऊ के विकास को भी एक नई ऊँचाई पर पहुंचाया है। वहीं, उनके पुत्र नीरज सिंह भी युवाओं के बीच लोकप्रिय होते हुए डिजिटल अभियानों और सामाजिक कार्यों में अपनी प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। पिता-पुत्र की यह जोड़ी आज लखनऊ में एक सशक्त नेतृत्व की मिसाल बन चुकी है।
राजनाथ सिंह: लखनऊ को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय पहचान
राजनाथ सिंह के सांसद रहते लखनऊ में कई ऐतिहासिक योजनाएं धरातल पर उतरी हैं:
🔹 ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण यूनिट का शुभारंभ: लखनऊ में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बल देते हुए ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी की स्थापना की गई। यह इकाई देश को दुनिया के सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल निर्माण में अग्रणी बनाएगी।
🔹 टाइटेनियम सुपरएलॉय प्लांट: लखनऊ को एयरोस्पेस ग्रेड टाइटेनियम का वैश्विक उत्पादन केंद्र बनाने की दिशा में यह कदम ऐतिहासिक है। यह संयंत्र रक्षा और तकनीकी निर्माण के क्षेत्र में क्रांति लाएगा।
🔹 सेमीकंडक्टर फैक्टरी और रेल ऑर्बिटल कॉरिडोर: लखनऊ अब तकनीकी नगरी के रूप में उभर रहा है। ₹2,500 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाली सेमीकंडक्टर यूनिट और ऑर्बिटल रेलवे कॉरिडोर न केवल उद्योग बढ़ाएंगे बल्कि हज़ारों लोगों को रोजगार देंगे।
🔹 ₹54,000 करोड़ की 50+ विकास योजनाएं: इन परियोजनाओं में आउटर रिंग रोड, एयरपोर्ट टर्मिनल विस्तार, मेट्रो विस्तार, रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण, स्मार्ट सड़कें और स्वास्थ्य ढांचे का सशक्तीकरण शामिल हैं।
नीरज सिंह: युवा नेतृत्व की उभरती आवाज़
राजनाथ सिंह के पुत्र नीरज सिंह ने राजनीतिक अनुभव और सामाजिक कार्यों के संगम से खुद को जनता के बीच लोकप्रिय बनाया है:
🔸 भाजपा का पहला ‘एक्टिव सदस्य’: नीरज सिंह को भाजपा के सदस्यता अभियान में ‘पहला सक्रिय सदस्य’ घोषित किया गया। उन्होंने बूथ स्तर पर संगठन को मजबूती दी और युवाओं को भाजपा से जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने “विकसित भारत अभियान” के तहत NaMo App में 50,000+ डिजिटल एम्बेसडर जोड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं उनकी इस उपलब्धि की सराहना की। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने जरूरतमंदों को भोजन, मास्क, सैनिटाइज़र उपलब्ध कराए और “अटल स्वास्थ्य मेला” जैसे आयोजन कर जन-सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया। नीरज सिंह के नेतृत्व में लखनऊ में आयोजित रोजगार मेलों में 25,000 से अधिक युवाओं को नौकरी के अवसर मिले, जिससे उनका प्रभाव युवा वर्ग में तेज़ी से बढ़ा।
जहाँ राजनाथ सिंह लखनऊ को देश के रक्षा और तकनीकी नक्शे पर प्रमुख स्थान दिला रहे हैं, वहीं नीरज सिंह समाज के युवा, बेरोजगार, और तकनीकी रूप से सक्रिय वर्ग को साथ लेकर नए भारत के निर्माण में भागीदार बन रहे हैं।
लखनऊ के निवासी मानते हैं कि राजनाथ सिंह का अनुभव और नीरज सिंह की ऊर्जा, दोनों मिलकर लखनऊ को एक मॉडल सिटी बना रहे हैं। एक ओर where भारत की रक्षा क्षमताएं मजबूत हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर युवा समाज को सशक्त करने का कार्य भी समानांतर रूप से आगे बढ़ रहा है।
लखनऊ के वर्तमान परिदृश्य में अगर कोई नेतृत्व सबसे प्रभावशाली रहा है, तो वह है राजनाथ सिंह और नीरज सिंह की जोड़ी। जहाँ एक ओर लखनऊ अंतरराष्ट्रीय निवेश और सैन्य उत्पादन का केंद्र बनता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं को अवसरों की नई राहें मिल रही हैं।
लखनऊ अब सिर्फ एक राजधानी नहीं, बल्कि ‘विकसित भारत’ के सपने का केंद्र बन चुका है—और इसके पीछे खड़े हैं राजनाथ सिंह और नीरज सिंह जैसे कर्मयोगी नेता।