– महाराष्ट्र, गुजरात में रेड अलर्ट
– ताजमहल तक पहुंची यमुना
– पोरबंदर में घर डूबे
– रुद्रप्रयाग में लैंडस्लाइड
– बद्रीनाथ-गंगोत्री हाईवे बंद
– हिमाचल में अब तक 145 मौतें
नई दिल्ली: देश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में बारिश (Rain) का कहर जारी है। महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तराखंड (Uttarakhand), उत्तर प्रदेश (UP) और राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र और गुजरात के कई जिलों में आज रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। आगरा में यमुना का पानी ताजमहल तक पहुंच गया है, वहीं मथुरा में नदी ने कटान के बाद रास्ता बदलकर 2 किलोमीटर दूर बहना शुरू कर दिया है। 40 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है।
गुजरात के जूनागढ़ में पिछले 24 घंटों में 13 इंच बारिश दर्ज की गई है। मधुवंती नदी में उफान आने से चिरोदा और समाधियाला गांव जलमग्न हो गए हैं। एनडीआरएफ की टीमों ने पोरबंदर जिले के एक स्कूल में फंसे 46 बच्चों और 4 शिक्षकों को सुरक्षित निकाला। घेड़ तालुका और वंथली-केशोद इलाके में बाढ़ में फंसे लोगों को जेसीबी और राहत दलों की मदद से बाहर निकाला गया है।
महाराष्ट्र के मुंबई और ठाणे जिलों में तेज बारिश से सड़कें जलमग्न हो गई हैं। ठाणे में एक खदान में पानी भरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुंबई में 24 घंटे में 107.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। उत्तराखंड में लगातार भूस्खलन से बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे कई जगह बंद हो चुके हैं। मलबा हटाने का काम जारी है।
हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 145 लोगों की मौत हो चुकी है और 2281 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। राजस्थान के भीलवाड़ा, जयपुर, कोटा और डूंगरपुर जैसे जिलों में भी भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं और सड़कों पर नदी जैसे हालात बन गए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने प्रशासन और राहत एजेंसियों के लिए चुनौती खड़ी कर दी है।