-चार चरणों में होगा काम, फर्रुखाबाद-कासगंज खंड भी शामिल
हृदेश कुमार
कानपुर/फर्रुखाबाद | रेलवे मंत्रालय ने कानपुर से फर्रुखाबाद तक की रेल लाइन को दोहरीकरण की मंज़ूरी दे दी है। इस परियोजना को चार चरणों में पूरा किया जाएगा। दोहरी लाइन बनने से ट्रेनों की गति, समयबद्धता और संख्या — तीनों में इज़ाफा होगा।
चार चरणों में होगा दोहरीकरण
परियोजना के अनुसार, रेलवे लाइन के विस्तार और सुधार कार्य को चार हिस्सों में बांटा गया है, प्रथम चरण मथुरा जंक्शन से कासगंज तक होगा।
इस खंड पर दोहरीकरण से मथुरा और कासगंज के बीच रेल यातायात बेहतर होगा। यात्री ट्रेनों के साथ मालगाड़ियों को भी गति मिलेगी। द्वितीय चरण मंधना से अनवरगंज तक होगा।
कानपुर शहर के भीतर यह खंड अत्यंत व्यस्त रहता है। दोहरीकरण से यात्री ट्रेनों का संचालन अधिक सुचारु होगा। तृतीय चरण, मंधना से फर्रुखाबाद जंक्शन तक होगा।
यह खंड परियोजना का प्रमुख भाग होगा। इसके पूरा होते ही कानपुर से फर्रुखाबाद तक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी और लेटलतीफी में कमी आएगी।चौथा चरण, फर्रुखाबाद जंक्शन से कासगंज तक इस अंतिम चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रेलवे नेटवर्क को मजबूती दी जाएगी। दोहरी लाइन से कासगंज, एटा और हाथरस की कनेक्टिविटी सुधरेगी।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा लाभ
इस परियोजना के माध्यम से फर्रुखाबाद, कन्नौज, एटा, कासगंज, हाथरस, मथुरा और कानपुर जैसे जिलों को सीधा फायदा मिलेगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक दोहरीकरण से न सिर्फ ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्टेशनों पर भीड़-भाड़ में भी कमी आएगी।
परियोजना की घोषणा के बाद क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और आम जनता ने रेलवे मंत्रालय का आभार जताया। लोगों ने उम्मीद जताई कि अब उन्हें समय पर ट्रेन और बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह परियोजना अगले दो वर्षों में चरणबद्ध तरीके से पूरी किए जाने की संभावना है।


