लखनऊ: स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर भारतीय रेलवे (Indian Railways) द्वारा स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष “स्वच्छता अभियान” चलाया जा रहा है। यह अभियान दो चरणों में आयोजित हो रहा है, जिसमें प्रथम चरण दिनांक 01 से 15 अगस्त, 2025 तक पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों और ट्रेनों में संचालित किया जा रहा है। इस दौरान स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने और गहन सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है। अभियान का मुख्य उद्देश्य रेल यात्रियों और कर्मचारियों को स्वच्छता के महत्व के प्रति प्रेरित करना है ताकि रेलवे परिसर और ट्रेनों को अधिक स्वच्छ, सुरक्षित और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाया जा सके।
रेल प्रशासन का कहना है कि मण्डल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल के मार्गदर्शन में और वरिष्ठ मण्डल यांत्रिक इंजीनियर (ईएनएचएम, फ्रेट एवं डीएम) महेन्द्र सिंह के दिशा-निर्देशन में गोरखपुर जंक्शन, खलीलाबाद, लखनऊ जंक्शन, बस्ती, गोण्डा और ऐशबाग जंक्शन जैसे प्रमुख स्टेशनों पर स्वच्छता शपथ दिलाई गई। इसके साथ ही प्रभात फेरी, स्वच्छता रैली और नुक्कड़ नाटक जैसे जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों के माध्यम से यात्रियों, रेल कर्मचारियों, कुलियों, संविदा सफाईकर्मियों और खानपान वेंडरों को स्वच्छता के प्रति संवेदनशील किया गया। स्वास्थ्य निरीक्षकों द्वारा यात्रियों को पान खाकर थूकने और इधर-उधर कूड़ा फेंकने से बचने की सलाह दी गई। साथ ही कचरे के पृथक्करण (सेग्रीगेशन) की आवश्यकता को समझाते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।
रेल प्रशासन का कहना है कि स्वच्छ रेल परिसर और ट्रेनें न केवल यात्रियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं, बल्कि सफर को भी सुखद बनाती हैं। स्वच्छता से न केवल बीमारियों का खतरा कम होता है, बल्कि इससे रेलवे की छवि में भी सुधार आता है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे कूड़ेदानों का उपयोग करें, प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें और स्टेशन परिसर को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग करें।
अभियान के अंतर्गत ऐशबाग रेलवे पॉलीक्लिनिक में डॉ. कुमार उमेश और डॉ. रंजना की उपस्थिति में स्वच्छता कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें कर्मचारियों को स्वच्छता के प्रति उनकी जिम्मेदारी और योगदान के बारे में बताया गया। पूर्वोत्तर रेलवे ने सभी यात्रियों और कर्मचारियों से आग्रह किया है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें ताकि प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छ भारत’ के सपने को साकार किया जा सके।