कानपुर: बिल्हौर विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी रचना सिंह गौतम (Rachna Singh Gautam) ने Kanpur में धारा 163 लागू करने के प्रशासनिक कदम की कड़ी आलोचना करते हुए उत्तर प्रदेश डीजीपी, लखनऊ को एक तीखा पत्र लिखा है। उनका कहना है कि 29 अगस्त से 27 अक्टूबर तक लागू यह धारा लोगों के बुनियादी अधिकारों और लोकतंत्र पर हमला है।
रचना सिंह ने अपने पत्र में सवाल उठाया कि पूरे प्रदेश में त्योहार मनाए जा रहे हैं, लेकिन केवल कानपुर में ही धारा 163 लागू क्यों की गई। उन्होंने इसे लोगों की आवाज दबाने और विपक्ष को चुप कराने की कोशिश बताया। उनका कहना है कि यह कदम महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की खाद की कमी जैसे मुद्दों पर विरोध को रोकने का एक तरीका हो सकता है।
उन्होंने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने हमें बोलने की आजादी दी थी, जिसे दबाने का यह कदम लोकतंत्र को कमजोर करता है। रचना सिंह ने प्रशासन से तुरंत समीक्षा, हटाने और स्पष्ट जवाब देने की मांग की है।
स्थानीय लोग और विपक्षी नेता भी उनके साथ हैं। बिल्हौर के एक किसान ने कहा,त्योहारों में खुशी होनी चाहिए, न कि गिरफ्तारी का डर।” हालांकि, कानपुर पुलिस ने केवल सुरक्षा जांच का हवाला दिया है और अभी तक कोई विस्तृत जवाब नहीं दिया है।