फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद जिले में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण (Women’s safety and empowerment) की सारी बातें खोखली साबित होती नज़र आईं जब थाना शमशाबाद (Shamshabad) क्षेत्र के पहाड़पुर बैरागर गांव में ससुराल पक्ष के दबंगों ने पीआरबी 112 पुलिस की मौजूदगी में महिला और उसके परिवारजनों की पिटाई कर दी। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि यह सब कुछ पुलिस के सामने हुआ, और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, एक विवाहित महिला के मायके वाले उसे विदा कराने ससुराल आए हुए थे। इस दौरान विदाई को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। स्थिति बिगड़ने पर महिला के मायके वालों ने पीआरबी 112 पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस के सामने ही ससुराल पक्ष के दबंगों ने महिला, उसके पिता और भाई पर हमला बोल दिया। दबंगों ने न केवल खुलेआम गाली-गलौज की, बल्कि पुलिस की गाड़ी के अंदर घुसकर महिला को खींचकर मारा-पीटा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिसकर्मी पूरी घटना के दौरान खामोश खड़े रहे और किसी ने भी पीड़ित पक्ष की मदद नहीं की। दबंग ससुरालियों की यह करतूत सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसके बाद पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना महिला सशक्तिकरण पेज 5.0 के दावों की पोल खोलती है। जिस प्रदेश में महिला को पुलिस के सामने ही पीटा जा रहा हो, वहां “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे नारों का क्या अर्थ रह जाता है — यह सवाल अब प्रशासन से पूछा जा रहा है।
वहीं, मामले पर थाना शमशाबाद पुलिस का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


