यूथ इंडिया संवाददाता
कमालगंज। भाजपा में आंतरिक राजनीति और गुटबाजी के चलते एक और बड़ा घटनाक्रम सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद कटियार की राजनीति को खत्म करने की तैयारी की जा रही है। इससे पहले पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कटियार और पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सौरभ कटियार भी इसी राजनीतिक संघर्ष का सामना कर चुके हैं। सौरभ तो पार्टी ही छोड़ गए,दिनेश कटियार अपने ही पैतृक गांव अहमदपुर देवरिया में पंचायत घर को लेकर अपनी राजनीति के अस्तित्व को बचाने की गुपचुप जोर आजमाइश में संघर्ष कर रहे हैं।
भाजपा के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि पार्टी के कुछ प्रभावशाली गुट इन नेताओं की बढ़ती लोकप्रियता से असंतुष्ट हैं और उनकी स्थिति को कमजोर करने की कोशिश में लगे हैं। यह घटनाक्रम पार्टी के भीतर चल रहे गुटीय संघर्षों की ओर इशारा करता है, जिससे भाजपा के स्थानीय नेतृत्व में अस्थिरता का माहौल बनता जा रहा है।
भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं भी तेज हो रही हैं, जिससे आने वाले चुनावों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ सकता है। पार्टी के आंतरिक गुटों के बीच इस तरह के विवाद का उभरना भाजपा की संगठनात्मक मजबूती पर सवाल उठाता है, और आगे आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस राजनीतिक संघर्ष का अंत किस दिशा में होता है।