– प्रधानमंत्री मोदी ने फोन कर दी व्यक्तिगत बधाईं
– कला, कानून, शिक्षा और विदेश नीति क्षेत्रों से जुड़े हैं नामित सदस्य
नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Murmu) ने संविधान के अनुच्छेद 80(1)(क) के खंड (3) के अंतर्गत शनिवार को चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए नामित किया। ये सभी नामांकन राज्यसभा (Rajya Sabha) की उन सीटों के लिए किए गए हैं, जो पहले से मनोनीत सदस्यों के सेवानिवृत्त होने के कारण रिक्त हुई थीं। नामित किए गए चारों सदस्य अपने-अपने क्षेत्रों में ख्यातिप्राप्त हैं और राष्ट्रीय जीवन में उनके योगदान को व्यापक मान्यता प्राप्त है।
बताते चलें कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के अनुसार, राष्ट्रपति को यह अधिकार प्राप्त है कि वे कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा अथवा लोक जीवन के अन्य क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि रखने वाले 12 व्यक्तियों को राज्यसभा में मनोनीत कर सकते हैं। इन नामों से यह स्पष्ट होता है कि संसद के उच्च सदन में विविध क्षेत्रों की विशेषज्ञता को सम्मान दिया जा रहा है। इससे राज्यसभा में नीतिगत चर्चाओं को एक नई दृष्टि और दिशा मिलेगी।
नामित सदस्य:
उज्ज्वल निकम: देश के जाने-माने आपराधिक मामलों में पैरवी करने वाले वरिष्ठ सरकारी वकील। उन्होंने 1993 मुंबई धमाके, अजमल कसाब, और अन्य बहुचर्चित मामलों में सरकार की ओर से सफलता पूर्वक पैरवी की है। सी. सदानंदन मस्ते: केरल के वरिष्ठ शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता। इन्होंने ग्रामीण शिक्षा और सामाजिक चेतना के क्षेत्र में दशकों से उल्लेखनीय कार्य किया है।
हर्षवर्धन श्रृंगला: भारत के पूर्व विदेश सचिव, जिन्होंने अमेरिकी राजदूत, बांग्लादेश में उच्चायुक्त और संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भारत का नेतृत्व किया। डॉ. मीनाक्षी जैन: प्रख्यात इतिहासकार और शिक्षाविद, जो भारतीय इतिहास के सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी दृष्टिकोण को प्रस्तुत करने के लिए जानी जाती हैं।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारों नव-नामित सदस्यों को फोन कर स्वयं इस सम्मान की सूचना दी और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, इन चारों महानुभावों ने अपने-अपने क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किया है। मुझे विश्वास है कि राज्यसभा को इनके अनुभवों से गहरा लाभ मिलेगा।