देश की सर्वोच्च कुर्सी पर बैठीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 67 साल की हो गई हैं! एक ऐसा नाम जो हमें बताता है कि कैसे संघर्ष और समर्पण से बड़े से बड़े सपने भी सच हो सकते हैं। ओडिशा के एक छोटे से गांव से निकलकर, देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने तक का उनका सफर करोड़ों भारतीयों के लिए एक प्रेरणा है। उनके जन्मदिन पर, प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कई बड़े नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं और उनके असाधारण जीवन की सराहना की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जीवन और नेतृत्व देश भर में करोड़ों लोगों को प्रेरित करता है। उन्होंने सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनकी बुद्धिमत्ता और राष्ट्र की प्रगति के प्रति उनके समर्पण को सराहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उनका जमीनी स्तर से सर्वोच्च संवैधानिक पद तक का सफर भारत के लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उन्हें ‘सेवा और सादगी का प्रतीक’ बताया।
श्री बागडे ने श्रीमती मुर्मू के स्वस्थ और सुदीर्घ जीवन की कामना करते हुए कहा कि राष्ट्र के लिए सतत ऊर्जावान रहते उनका समर्पित जीवन प्रेरित करने वाला है। उन्होंने कहा कि सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध उनका नेतृत्व राष्ट्र को गौरवान्वित करने वाला है।
इसी तरह श्री शर्मा ने श्रीमती मुर्मू को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ईश्वर से उनके सदैव स्वस्थ रहने एवं दीर्घायु होने और उनका मार्गदर्शन सर्वदा मिलते रहने की प्रार्थना की ।
श्री देवनानी ने कहा कि श्रीमती मुर्मू का सहज, सरल स्वभाव, सेवा का अटूट संकल्प और लोक-कल्याण के प्रति समर्पण सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने ईश्वर से उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं सुदीर्घ जीवन की कामना की।
इसी तरह श्रीमती दिया कुमारी, डा बैरवा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ सहित कई नेताओं ने श्रीमती मुर्मू को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना की।