– सदर विधायक सुनील दत्त द्विवेदी ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात
– बाईपास और फ्लाईओवर निर्माण को लेकर की मांग
फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने मंगलवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट कर जिले में चल रहे और प्रस्तावित विकास कार्यों के संबंध में विस्तार से चर्चा की। इस दौरान विधायक ने फतेहगढ़-गुरसहायगंज (राज्य मार्ग-29ए) को फोरलेन बनाए जाने एवं बाईपास निर्माण की पुरानी मांग को फिर से मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
विधायक द्विवेदी ने बताया कि इस फोरलेन मार्ग का प्रस्ताव उन्होंने एक वर्ष पूर्व ही मुख्यमंत्री को सौंपा था, जिसमें फर्रुखाबाद जिला जेल से लेकर काली नदी पुल तक बाईपास निर्माण भी शामिल है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस योजना को प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर शीघ्र क्रियान्वयन प्रारंभ कराया जाए।
उन्होंने कहा कि यह मार्ग न केवल फर्रुखाबाद, बल्कि एटा, शाहजहांपुर और बरेली जिलों के यात्रियों के लिए भी बेहद सहायक होगा। ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों को कम समय में लंबी दूरी तय करने में सुविधा मिलेगी। यह मार्ग अलीगढ़-कानपुर और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से भी बेहतर तरीके से जुड़ सकेगा। गंगा लिंक एक्सप्रेसवे के बन जाने से यह क्षेत्र औद्योगिक दृष्टि से और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
सदर विधायक ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री पहले ही इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति दे चुके हैं। अब आवश्यकता प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति की है, जिससे कार्य की शुरुआत शीघ्र हो सके।
इसके साथ ही विधायक ने शहर की जाम की समस्या से निपटने के लिए देवरामपुर क्रॉसिंग और खैरबंद क्रॉसिंग पर दो उपगामी सेतु (फ्लाईओवर) निर्माण के प्रस्ताव को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर जाम की स्थिति गंभीर रहती है, जिससे आमजन को प्रतिदिन भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
विधायक द्विवेदी ने बताया कि इन दोनों फ्लाईओवर की लंबाई लगभग एक किलोमीटर होगी और निर्माण लागत लगभग 100 करोड़ रुपये आंकी गई है। उन्होंने यह प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग की जिला कार्य योजना में अपनी विधानसभा के वरीयता क्रम में भेज दिया है, ताकि शासन स्तर से मंजूरी मिल सके।
अंत में विधायक ने फर्रुखाबाद की जनता की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि शीघ्र ही इन परियोजनाओं पर अमल शुरू होगा, जिससे जिले के विकास को नई दिशा मिलेगी।