-ACMO समेत तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित, रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
रायबरेली: जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कस्बे में स्थित अजंता हॉस्पिटल (Ajanta Hospital) में इलाज के दौरान एक प्रसूता की मौत (Pregnant woman dies) के मामले ने तूल पकड़ लिया है। परिजनों के हंगामे और गंभीर आरोपों के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के निर्देश पर एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी में ACMO और दो अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, सलोन क्षेत्र की एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए कस्बे के अजंता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान अचानक उसकी हालत बिगड़ी और मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और गलत इलाज का आरोप लगाया है। इसके बाद मामला प्रशासन के संज्ञान में पहुंचा।
CMO रायबरेली ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एक जांच कमेटी गठित करने के आदेश दिए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी होगी:
इलाज के दौरान हुई प्रक्रियाओं की जांच करना, डॉक्टरों व स्टाफ की भूमिका का मूल्यांकन, मरीज की मौत के कारणों की तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करना। CMO कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अजंता हॉस्पिटल के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी। यदि लापरवाही साबित होती है, तो अस्पताल पर कड़ा प्रशासनिक दंड, लाइसेंस रद्द करने से लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने तक की कार्रवाई की जा सकती है।
मृतका के परिजनों का कहना है कि:
“डॉक्टरों ने समय रहते इलाज नहीं किया और बिना बताएं ऑपरेशन कर दिया। हमें कुछ समझ नहीं आया, अचानक हमें बताया गया कि मरीज नहीं रही।”
परिजनों ने सलोन थाने में भी तहरीर दी है, जिससे अब मामला पुलिस जांच में भी जा सकता है। प्रसूता की मौत का यह मामला चिकित्सकीय जवाबदेही और निजी अस्पतालों की निगरानी प्रणाली पर फिर से सवाल खड़े कर रहा है। जांच कमेटी की रिपोर्ट पर अब सबकी नजरें टिकी हैं। अगर लापरवाही की पुष्टि होती है, तो यह मामला स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक अहम उदाहरण बन सकता है।