फर्रुखाबाद: सालाना उर्स अहसनी महमूदी (Urs Ahsani Mahmoodi) के दूसरे दिन की शुरुआत फज्र के बाद ही चादर व गागर चढ़ाने के सिलसिले शुरू हो गया।दूरदराज इलाकाशेखपुर,गौसपुर, नगला दाऊद और आस पास के कई कस्बों से भारी संख्या में एकीकतमंद अपनी मन्नतों की चादरें लेकर दरगाह (Dargah) पहुंचे और हाजरी देकर दुआएं मांगी।
दरगाह परिसर में अकीकतमंदो का आवागमन जारी रहा जिससे उर्स की रौनक और भी बढ़ गई। दोपहर में नमाजे जुमा अदायगी के बाद अजमेर शरीफ से आई मुबारक चादर बड़े अदब एतराम के साथ दरगाह असहनी महमूदी पर चढ़ाई गई।चादर चढ़ाने के मौके पर सज्जादानशीन की मौजूदगी में खास दुआएं की गईऔर मुल्क में अमन,भाईचारा और तरक्की की दुआ मांगी गई।
रात में नमाज ए इश्क के बाद कौमी इकजहती का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में मेलजोल,मुहब्बत और आपसी भाईचारा का पैगाम देना था।वक्ताओं ने उर्स की आध्यात्मिक परंपरा और इंसानियत के संदेश पर रोशनी डाली।
इसके बाद रातभर महफिल ए शमा कव्वाली का कार्यक्रम चलता रहा।मशहूर कव्वाल असद जुनेद चिश्ती फिरोजाबाद ने महफिल को चार चांद लगा दिए।उनकी कव्वाली सुनकर एकीकतमंद झूम उठे और महफिल में बार बार दाद की गूंज होती रही।दरगाह के सचिव फाइक महमूद और नायब सज्जादा शारिक महमूद ने पुलिस प्रशासन एवं इंतजामिया कमेटी के सभी सदस्यों का दिल से शुक्रिया अदा किया।जिन्होंने उर्स के सफल और शांतिपूर्ण आयोजन में अहम योगदान दिया।
उन्होंने बताया उर्स में आने वाले अकीदतमंदो की सुविधा के लिए जलपान,चिकित्सा शिविर,सुरक्षा व्यवस्था और साफ सफाई की विशेष व्यवस्था की गई थी।कार्यक्रम का दूसरा दिन पूरे अनुशासन,आपसी भाईचारा और रूहानी माहौल के साथ संपन्न हुआ।दरगाह कमेटी ने तीसरे दिन कार्यक्रमों में एकीकतमंदो से बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की।इस मौके पर मोहम्मद साकिब,मोहम्मद अब्दुला, अरहम महमूद,फराज अहमद,फरूख अहमद,कैफ खान, सुहैल खान,ग़ालिब हुसैन,बबलू प्रधान,बिल्लू श्रीवास्तव,कुलजीत गोंदिया,नीरज शर्मा,संदीप शर्मा आदि ने अपनी अपनी जिम्मेदारियों को संभाला।


